उपेक्षा का शिकार है वैश्य समाज
https://www.shirazehind.com/2015/06/blog-post_313.html
जौनपुर। वैश्य समाज के जिला प्रभारी अशोक बैकर ने कहा कि आजादी के 68 वर्ष बीत जाने के बाद भी 20 करोड़ वैश्य उपेक्षा का शिकार है वे शोषण और अत्याचार के शिकार है। आजादी में हमारा सर्वाधिक योगदान रहा फिर भी कमजोर बने हुए है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होने कहा कि सड़क से संसद तक कहीं भी वैश्य की कोई सुनवाई नहीं होती। वे सरकारी खजाने में 55 फीसदी राजस्व जमा करते है। फिर भी सरकार हमारे बारे में नहीं सोचती। यह चिन्तन का विषय है। जिला सह प्रभारी सुनील कुमार गुप्ता वर्तमान में हो रहे कार्य ही पर्याप्त नहीं होते भविष्य के योजनाआंे की रूपरेखा उसका क्रियान्वयन उतना ही आवश्यक है। उन्होने शिक्षण संस्थान व चिकित्सालय की स्थापना करना , बच्चों की शादी अपने उपवर्ग में करना संस्था का उद्देश्य है। प्रदेश महामंत्री सुभाष अग्रहरि ने सदस्यता अभियान शहर से गांव तक चलाया जायेगा। जिले की आबादी 40 लाख है जिसमें साढ़े 13 लाख से ज्यादा समाज की सहभागिता है परन्तु किसी भी राजनैतिक दल ने वैश्य को जिलाध्यक्ष नहीं बनाया। कार्यकारी जिलाध्यक्ष राजनाथ गुप्ता ने कहा कि व्यापारी हफ्ते में चार घण्टे का समय समाज के विकास के लिए अवश्य दें। जिससे उनकी समस्याओं का निराकरण किया जा सके। जिलाध्यक्ष विजय जायसवाल ने समाज के विकास के लिए एकजुट होकर आततायी शक्तियों से लड़ने की अपील करते हुए कहा कि तभी समाज का विकास होगा। कुछ रूढि़वादी शक्तियां समाज को अलग किये हुए है। जितेन्द्र प्रधान आभार व्यक्त किया।