होमगार्ड की ड्युटी में शासनादेश दरकिनार
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जौनपुर। जिला होमगार्ड कमाण्डेट कार्यालय में शासन के इस निर्देश का खुलेआम अवहेलना की जा रही है जिसमें कहा गया है कि सभी होमगार्ड को समान ड्युटी का अवसर प्रदान होना चाहिए। नियमानुसार एक ही स्थान पर लगातार एक ही होमगार्ड की ड्युटी तीन महीने से अधिक नहीं लगायी जा सकती जबकि शागंज के एफसीआई गोदाम पर एक दर्जन होमगार्ड 18 महीने से लगातार ड्युटी दी जा रही है। यही हाल प्रशासन के अधिकारियों के आवास का भी है। कोई गाय भैस की सेवा में तो कोई जनरेटर चलाने का काम करता दिखाई देता है। जिले में कुल 22 कम्पनियां और 1700 होमगार्ड है। जबकि ड्युटी 471 की ही लगायी जाती है। इसमें 150 को लगातार अवसर दिया जाता है तथा इसके एवज में विभाग धन वसूलता है। इसमें ऊपर से लेकर नीचे तक बन्दरबांट होता है। नगर क्षेत्र की कम्पनी को ब्लाकों की कम्पनी से 10 प्रतिशत अधिक ड्युटी लगाने का निर्देश है जबकि यहां इसके उलटा होता है। धर्मापुर की कम्पनी के 75 तथा नगर कम्पनी के 55 होमगार्ड को ही सेवा का अवसर प्रदान किया जा रहा है। अधिकारियों के आवास पर निजी काम होमगार्ड से नहीं लिया जा सकता लेकिन यहां सभी प्रमुख अधिकारी के आवास पर मनमानी होती है। लगातार ड्युटी अथवा होमगार्ड को संवेदनशील करने का अधिकार वर्तमान समय में डीजी होमगार्ड तथा तीन प्रतिशत जिला कमाण्डेट व दो प्रतिशत मण्डल कमाण्डेट की संस्तुति से प्रत्येक प्रतिष्ठान व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ करने की है जबकि इसके एवज में विभाग अवैध धन लेकर लगातार ड्युटी लगायी जा रही है जिससे अन्य को ड्युटी नहीं मिल रही है और उनमें रोष व्याप्त है। इस मामले को लेकर कुछ होमगार्ड हाई कोर्ट में रिट याचिका दायर करने की तैयारी कर रहे है।