भदोहीः एसआई पर लगा यौन उत्पीड़न का मामला निकला फर्जी!
https://www.shirazehind.com/2015/06/blog-post_169.html
मजिस्टेट के सामने दंपति का दर्ज कराया गया बयान
कर्तव्य शिथिलता के आरोप में एसआई लाइन हाजिर
भदोही। जिले के दुर्गागंज थाने पर तैनात एसआई और एक होमगार्ड समेत तीन लोगों पर ग्रामीणों की ओर से लगाया गया यौन उत्पीड़न का आरोप पीडि़ता के बयान के बाद फर्जी निकला। एसपी के आदेश पर पुलिस ने मंगलवार को मजिस्टेट की अदालत में भी कथित पीडि़ता का बयान दर्ज कराया। पुलिस अधीक्षक अनिल राय ने घटना को गंभीरता से लेते हुए एसआई को जहां लाइन हाजिर कर दिया है। वहीं होमगार्ड को दुर्गागंज थाने से हटा दिया है। अपर पुलिस अधीक्षक लल्लन प्रसाद यादव ने दावा किया है कि पुलिस के सामने दिए गए बयान में युवती और उसके पति ने एसआई पर लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप से इनकार किया है। महिला का आरोप था कि उसे पैसों की लालच देकर ग्रामीणों की तरफ से दबाब बनया गया था। एक जमीन विवाद के मामले में एसआई के खिलाफ साजिश रची गयी थी। हालंांकि पुलिस आरोप को भले फर्जी बता रही है। लेकिन अंतिम सच्चाई मजिस्टेट बयान के सामने आने के बाद पता चलेगी।
पुलिस के मुताबिक जौनपुर जिले के मुंगराबादशाहपुर निवासी एक मुस्लिम युवक मुंबई में रहकर सिलाई करता है। उसने पिछले साल 15 मई 2014 को मुंबई के थाणे जिले की निवासी स्वजातिय लड़की से शादी कर ली थी। लड़की मद्रास की रहने वाली बतायी गयी है। पति बाद में उसे लेकर वह घर आया। लेकिन परिवार वालों से उसे कबूल नहीं किया। जिससे वह मजबूर होकर भदोही जिले के दुर्गागंज थाने एक गांव में अपने रिश्तेदार के लेकर आया। यहां रहकर मजदूरी करने लगा। लेकिन कुछ लोगों ने उसका विरोध इस आधार पर किया कि ऐसे लोगों के रहने से गांव का महौल खराब हो रहा हैं। जिससे वह अपने रिश्तेदार के यहां से 27 जून को किराए के मकान की तलाश में दुर्गागंज थाने के भानीपुर गांव आया। लेकिन मकान नहीं मिला। शाम होने और दोनों को भटकता देख स्थानीय होमगार्ड इस मामले की खबर दुर्गागंज में तैनात एसआई धर्मेंद्र को बतायी। बाद में एसआई थाने गांव पहुंच कर दंपति को दुर्गागंज थाने लाए। यहां से जंघई जा रहे किसी वाहन पर पैसा देकर बिठा दिया। लेकिन दंपति पुनः वापस लौट आए। बाद में ग्रामीणों ने महिला को विश्वास में लेकर एसआई पर इस तरह का यौन उत्पीड़न का आरोप मढ़ा। मामला पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में आया तो उन्होंने कथित पीडि़ता का बयान दर्ज कराया। पुलिस का दावा है कि बयान में महिला मुकर गयी। उसने सारी घटना को फर्जी बताया। एएसपी का दावा है कि उसने बताया कि गांव के कुछ लोग उस पर एसआई को फंसाने की साजिश रची थी। उसने बताया कि उसे मुझ पर दबाब बनाया था कि इस तरह का आरोप लगाओ। उसे पैसे का लालच दिया गया था। हलंाकि पुलिस अधीक्षक अनिल राय ने एसआई धर्मेंद्र यादव को घटना में प्रशासनिक लापरवाही बरतने के आरोप में लाइन हाजिर कर दिया है। क्योंकि एसआई ने जीडी पर संबंधि तमामले को दर्ज नहीं किया था। पुलिस का यह भी दावा है कि एक अतिक्रमणकारी ने एसआई को फंसाने की साजिश रची थी। लेकिन हकीकत मजिस्टेट की तरफ से लिया गया बयान सामने आने के बाद ही पता चलेगा।
कर्तव्य शिथिलता के आरोप में एसआई लाइन हाजिर
भदोही। जिले के दुर्गागंज थाने पर तैनात एसआई और एक होमगार्ड समेत तीन लोगों पर ग्रामीणों की ओर से लगाया गया यौन उत्पीड़न का आरोप पीडि़ता के बयान के बाद फर्जी निकला। एसपी के आदेश पर पुलिस ने मंगलवार को मजिस्टेट की अदालत में भी कथित पीडि़ता का बयान दर्ज कराया। पुलिस अधीक्षक अनिल राय ने घटना को गंभीरता से लेते हुए एसआई को जहां लाइन हाजिर कर दिया है। वहीं होमगार्ड को दुर्गागंज थाने से हटा दिया है। अपर पुलिस अधीक्षक लल्लन प्रसाद यादव ने दावा किया है कि पुलिस के सामने दिए गए बयान में युवती और उसके पति ने एसआई पर लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप से इनकार किया है। महिला का आरोप था कि उसे पैसों की लालच देकर ग्रामीणों की तरफ से दबाब बनया गया था। एक जमीन विवाद के मामले में एसआई के खिलाफ साजिश रची गयी थी। हालंांकि पुलिस आरोप को भले फर्जी बता रही है। लेकिन अंतिम सच्चाई मजिस्टेट बयान के सामने आने के बाद पता चलेगी।
पुलिस के मुताबिक जौनपुर जिले के मुंगराबादशाहपुर निवासी एक मुस्लिम युवक मुंबई में रहकर सिलाई करता है। उसने पिछले साल 15 मई 2014 को मुंबई के थाणे जिले की निवासी स्वजातिय लड़की से शादी कर ली थी। लड़की मद्रास की रहने वाली बतायी गयी है। पति बाद में उसे लेकर वह घर आया। लेकिन परिवार वालों से उसे कबूल नहीं किया। जिससे वह मजबूर होकर भदोही जिले के दुर्गागंज थाने एक गांव में अपने रिश्तेदार के लेकर आया। यहां रहकर मजदूरी करने लगा। लेकिन कुछ लोगों ने उसका विरोध इस आधार पर किया कि ऐसे लोगों के रहने से गांव का महौल खराब हो रहा हैं। जिससे वह अपने रिश्तेदार के यहां से 27 जून को किराए के मकान की तलाश में दुर्गागंज थाने के भानीपुर गांव आया। लेकिन मकान नहीं मिला। शाम होने और दोनों को भटकता देख स्थानीय होमगार्ड इस मामले की खबर दुर्गागंज में तैनात एसआई धर्मेंद्र को बतायी। बाद में एसआई थाने गांव पहुंच कर दंपति को दुर्गागंज थाने लाए। यहां से जंघई जा रहे किसी वाहन पर पैसा देकर बिठा दिया। लेकिन दंपति पुनः वापस लौट आए। बाद में ग्रामीणों ने महिला को विश्वास में लेकर एसआई पर इस तरह का यौन उत्पीड़न का आरोप मढ़ा। मामला पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में आया तो उन्होंने कथित पीडि़ता का बयान दर्ज कराया। पुलिस का दावा है कि बयान में महिला मुकर गयी। उसने सारी घटना को फर्जी बताया। एएसपी का दावा है कि उसने बताया कि गांव के कुछ लोग उस पर एसआई को फंसाने की साजिश रची थी। उसने बताया कि उसे मुझ पर दबाब बनाया था कि इस तरह का आरोप लगाओ। उसे पैसे का लालच दिया गया था। हलंाकि पुलिस अधीक्षक अनिल राय ने एसआई धर्मेंद्र यादव को घटना में प्रशासनिक लापरवाही बरतने के आरोप में लाइन हाजिर कर दिया है। क्योंकि एसआई ने जीडी पर संबंधि तमामले को दर्ज नहीं किया था। पुलिस का यह भी दावा है कि एक अतिक्रमणकारी ने एसआई को फंसाने की साजिश रची थी। लेकिन हकीकत मजिस्टेट की तरफ से लिया गया बयान सामने आने के बाद ही पता चलेगा।