बीआरसी केराकत में अचल हरिमूर्ति ने लोगों को सिखाया योग
https://www.shirazehind.com/2015/06/blog-post_156.html
जौनपुर। बच्चों को बचपन से ही योग का क्रियात्मक व व्यवहारिक अभ्यासों को कराकर उनके शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को उच्चतम शिखर तक पहुंचाया जा सकता है। उक्त बातें पतंजलि योग समिति के तत्वावधान में प्रशिक्षु अध्यापकों के लिये बीआरसी केराकत में चल रहे योग प्रशिक्षण शिविर में खण्ड शिक्षा अधिकारी बसंत शुक्ला ने कही। इस दौरान पूर्वांचल के ख्यातिप्राप्त योग विस्तारक अचल हरिमूर्ति द्वारा योग का क्रियात्मक अभ्यास कराया गया जिसमें प्रशिक्षुओं को योगिंग, जागिंग, सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, वृक्षासन, मकरासन, भुजंगासनो सहित भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, वाह्य प्राणायाम, अग्निसार, नौलिक्रिया सहित ध्यान की विशेष प्रक्रिया का अभ्यास कराते हुये उनसे मनःस्थिति पर पड़ने वाले प्रभावों को भी बताया गया। इस अवसर पर समस्त एबीआरसी सहित अनेकों शिक्षकों नें प्रतिभाग किया।