गुड फ्राइडे पर हुई प्रार्थना सभायें
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जौनपुर। ईसा मसीह के शहादत दिवस गुड फ्राइडे के अवसर पर जिले के विभिन्न चर्च और ईसाई मिशनरियों में यीशू को याद किया गया तथा प्रार्थना सभायें आयोजित की गयी। शहर के सेण्ट पैट्रिक स्कूल स्थित चर्च, शहर के चांदमारी स्थित चर्च, रामदयालगंज स्थित चर्च तथा गिरजाघर मिशन स्कूलों पर गुड फ्राइडे मनाया गया और प्रभु यीशू के बताये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया। ज्ञातव्य हो कि गुड फ्राइडे को ईसा मशीह को उनके अपने ही लोगों ने प्रताडि़त सूली पर चढ़ाकर मार डाला गया था। उस दिन शुक्रवार था। यीशू ने खुद को भगवान का इकलौता पुत्र कहा था और सभी को कष्ट से मुक्ति दिलाने के लिए प्रत्नशील थे। उनके बढ़ते प्रभाव तथा अनुयायियों की तादात देखते हुए यहूदी नाराज रहते थे और उन्हे मार डालना चाहते थे। यीशू ने अपने शिष्यों को पहले ही आगाह कर दिया था कि मेरी मृत्यु निकट है। उनका यह संदेश सुसमाचार कहा गया। एक बार जब येरूशलम के बाहर एक बाग में शिष्यों के साथ मौजूद थे तो यहूदी के कुछ लोग अगवाकर मार डालना चाहते थे। यहूदियों के पास यह अधिकार नहीं था कि वे उन्हे रोम के गवर्नर के गवर्नर के पास ले गये। गवर्नर को यीशू में कोई दोष नजर नहीं आया और उन्हे बरी कर दिया गया। यीशू से घृणा करने वाले यहूदी चिन्तित थे कि उनके समर्थक बढ़ते जा रहे हैं। यहूदियों की हठधर्मिता से और विरोध के बावजूद उनके शिष्यों और समर्थकों को नजरअन्दाज करते हुए जबरन सूली पर लटका दिया। इसाई समाज के लोग इस दिन को यीशू का शहादत दिवस मनाते हैं। गिरजाघरों को सजाकर सामूहिक प्रार्थना सभा आयोजित की गयी।