नेपाल से लौटे युवक ने कहा : हर तरफ सुनाई दे रही थी चीखपुकार, तीन दिन तक तड़फता रहा भूख प्यास से
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जौनपुर। नेपाल में आये भूकंप के बाद से जौनपुर एक युवक लापता हो गया था। परिवार
वाले को उसकी काई खबर न मिलने से काफी परेशान थे उसकी सलामती के लिए घर में
पूंजापाठ कर रहे थे। आज सूबह वह युवक सहीसलामत अपने घर पहुंचा तो जैसे
पूरे गांव में खुशियो की बारात आ गयी।
जौनपुर जिले के महराजगंज थाना क्षेत्र के कोल्हुआ गांव की ग्राम प्रधान चंद्रकला का पति महेन्द्र कुमार सरोज सन् 2000 से काठमाण्डू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर के पास फूल माला और मूर्ति का व्यापार करता था। जिस दिन से नेपाल में जलजला आया था उस दिन उसका कोई अतापता नही चल रहा था। महेन्द्र का परिवार से काई सम्पर्क न होने से उसके परिवार और गांव के लोग काफी परेशान थे। परिवार वाले उसकी सलामती के लिए भगवान से दिन रात प्रार्थना कर रहे थे। बुध्दवार को जब महेन्द्र अपने गांव पहुंचा तो पूरे गांव में खुशियो की बारात आ गयी। उसकी पत्नी चंद्रकला ऊपर वाले को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा अब हमें शांती मिली है।
महेन्द्र ने बताया कि शनिवार को भूकंप आने के बाद हम लोग मैदानी इलाके भागकर अपनी जान बचायी उसके बाद तीन दिनो तक हम लोग भूखे प्यासे किसी तरह से तीन दिन गुजारी है। उसके बार यूपी सरकार द्वारा भेजी गयी बस से आज हम सुरक्षित अपने घर पहुंचे।
जौनपुर जिले के महराजगंज थाना क्षेत्र के कोल्हुआ गांव की ग्राम प्रधान चंद्रकला का पति महेन्द्र कुमार सरोज सन् 2000 से काठमाण्डू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर के पास फूल माला और मूर्ति का व्यापार करता था। जिस दिन से नेपाल में जलजला आया था उस दिन उसका कोई अतापता नही चल रहा था। महेन्द्र का परिवार से काई सम्पर्क न होने से उसके परिवार और गांव के लोग काफी परेशान थे। परिवार वाले उसकी सलामती के लिए भगवान से दिन रात प्रार्थना कर रहे थे। बुध्दवार को जब महेन्द्र अपने गांव पहुंचा तो पूरे गांव में खुशियो की बारात आ गयी। उसकी पत्नी चंद्रकला ऊपर वाले को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा अब हमें शांती मिली है।
महेन्द्र ने बताया कि शनिवार को भूकंप आने के बाद हम लोग मैदानी इलाके भागकर अपनी जान बचायी उसके बाद तीन दिनो तक हम लोग भूखे प्यासे किसी तरह से तीन दिन गुजारी है। उसके बार यूपी सरकार द्वारा भेजी गयी बस से आज हम सुरक्षित अपने घर पहुंचे।