केराकत में विद्युतापूर्ति को लेकर आक्रोश, मचा हाहाकार
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जौनपुर। सूबे के मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2016 तक प्रदेश को विद्युत कटौती मुक्त होने के दावे की धज्जियां उड़ती नजर आ रही है, क्योंकि ग्रामीण सहित नगरीय क्षेत्रों में मौसम से भारी पैमाने पर परिवर्तन के साथ आंधी, तूफान, वर्षा, ओलावृष्टि रहते हैं। इसको देखकर किसान अपने खून-पसीने की गाढ़ी कमाई गेहंू की कटाई के साथ मड़ाई की तैयारी में लगे हैं। ऐसे में ग्रामीणांचलों में दिन-रात मिलाकर मात्र 2 घण्टे की विद्युतापूर्ति हो रही है जिससे किसानों में आक्रोश के साथ हाहाकार भी मचा हुआ है। देखा जा रहा है कि जहां एक तरफ विद्युत विभाग बकाये के चक्कर में लाइन काटने सहित वसूली में कमर कसकर उपभोक्ताओं का भारी पैमाने पर भयादोहन कर रही है, वहीं समुचित विद्युतापूर्ति के प्रति पूरी तरह से उदासीन भी बने हुये हैं। स्थिति में तत्काल सुधार करके मड़ाई के लिये समुचित विद्युतापूर्ति नहीं की गयी तो आम उपभोक्ता समेत किसान सरकार व विद्युत विभाग के खिलाफ किसी भी समय सड़क पर उतरने से पीछे नहीं रहेंगे। उसके लिये चाहे सरकार की लाठी चले या गोली। लोगों का कहना है कि सरकार ख्याली पुलाव वाले वादे की बजाय समुचित विद्युतापूर्ति सुनिश्चित करें। लोगों की मानें तो नगर क्षेत्र में शाम होते ही बिजली कट जाती है और उसकी आपूर्ति अर्द्धरात्रि अथवा भोर तक नहीं हो पाती है। इससे नगरवासी मच्छरों का प्रकोप रात्रि भर जागकर झेलने को विवश हैं। विद्युत अनापूर्ति को लेकर क्षेत्रीय लोगों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है।