अधिवक्ताओं की देश व्यापी हड़ताल से अदालतों में ठप पड़ा कामकाज
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भदोही। पिछलों दिनों इलाहाबाद कचहरी में अधिवक्ता गोली मार कर की गयी हत्या के विरोध में अधिवक्ताओं की हड़ताल जारी है। सोमवार को बार काउंसिल आफ इंडिया की ओर से देश व्यापी हड़ताल का असर जिले में दिखा। डिस्टिक बार काउंसिल के अधिवक्ताओं हड़ताल कर अदालती कामकाज का बहिष्कार किया। लगातार जारी हड़ताल से स्थिति बिगड़ चुकी है। भदोही, ज्ञानपुर और औराई तहसीलों में अधिवक्ताओं ने कामकाज नहीं और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
जिला मुख्यायल, कलेक्टेट और कचहरी परिसर में कोई काम नहीं हुआ। वादकारियों को अपने मुकदमों की तारीक लेकर वैरंग लौटना पड़ा। डिस्टिक बार अध्यक्ष सुधाकर पांडेय की अगुवाई में सभी अधिवक्ता हड़ताल पर रहे। अधिवक्तओं की मांग है कि मृतक अधिवक्ता के आश्रितों को 50 लाख की आर्थिक मदद दी जाय। एसआई को बर्खास्त किया जाए। जब तह संबंधित मांगे पूरी नहीं होगी हमारी हड़ताल जारी रहेगी। उधर इस हड़ताल के समर्थन में बार काउंसिल आफ इंडिया का समर्थन मिलने से यह हड़ताल लंबी खींच सकती है। यह घटना सरकार के गले की फांस बन गयी है। उधर अदालतों में कामकाज न होने से मुकदमों के पैरोकारों की समस्या बढ़ चली है। अदालतों में मेरिट पर आयी केशों की भी सुनवाई नहीं हो रही हैं जिससे ग्रामीण इलाकों से आने वाले वादकारी दिक्कत उठा रहे हैं। अभी यह कहा नहीं जा सकता है कि यह हड़ताल कब तक और खींचेगी।
जिला मुख्यायल, कलेक्टेट और कचहरी परिसर में कोई काम नहीं हुआ। वादकारियों को अपने मुकदमों की तारीक लेकर वैरंग लौटना पड़ा। डिस्टिक बार अध्यक्ष सुधाकर पांडेय की अगुवाई में सभी अधिवक्ता हड़ताल पर रहे। अधिवक्तओं की मांग है कि मृतक अधिवक्ता के आश्रितों को 50 लाख की आर्थिक मदद दी जाय। एसआई को बर्खास्त किया जाए। जब तह संबंधित मांगे पूरी नहीं होगी हमारी हड़ताल जारी रहेगी। उधर इस हड़ताल के समर्थन में बार काउंसिल आफ इंडिया का समर्थन मिलने से यह हड़ताल लंबी खींच सकती है। यह घटना सरकार के गले की फांस बन गयी है। उधर अदालतों में कामकाज न होने से मुकदमों के पैरोकारों की समस्या बढ़ चली है। अदालतों में मेरिट पर आयी केशों की भी सुनवाई नहीं हो रही हैं जिससे ग्रामीण इलाकों से आने वाले वादकारी दिक्कत उठा रहे हैं। अभी यह कहा नहीं जा सकता है कि यह हड़ताल कब तक और खींचेगी।