शिक्षा का भारतीयकरण आवश्यक: कुलपति
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जौनपुर। विद्यार्थी परिषद द्वारा तिलक धारी महाविद्यालय के बलरामपुर हाल में बुधवार को शैक्षिक गोष्ठी का आयोजन किया गया। वर्तमान शिक्षा का भारतीयकरण विषय आयोजित गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 जीसी त्रिपाठी ने कहा कि वर्तमान शिक्षा का भारतीयकरण होना आवश्यक है। तभी देश का कल्याण संभव है। इसलिये भारतीय संस्कृत को अपने जीवन मूल्यों में धारण करना आवश्यक है। तभी हम लक्ष्य को प्राप्त कर पायेगें और शिक्षा के उद्देश्य को पूरा कर सकेगें। पूर्व कुलपति डा0 कीर्ति सिंह ने कहा कि विद्यार्थी परिषद द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उठाया गया हर कदम सराहनीय होता है। शिक्षा का भारतीयकरण हो यह आवश्यक है। भारत को विश्व गुरू की उपाधि उसकी संस्कृति और शिक्षा के कारण ही प्राप्त हुई। मुख्य वक्ता प्रान्त उपाध्यक्ष डा0 वीरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि शिक्षा और संस्कृति देश का मजबूत स्तंभ है। देश में लार्ड मैकाले की शिक्षा पद्धति लागू है। इससे छात्रों को भ्रमित किया जा रहा है। उन्हे अपनी संस्कृति सो दूर करने की योजना है। संचालन डा0 एससी पुरोहित व डा0 सुशील सिंह ने किया।