जलालपुर (जौनपुर)। शासन प्रसाशन कि लचर नितीयो के तहत ग्रामीण इलाको मे बार बार सरकार द्वारा राशन कार्ड बनवाने के खोखले दावे हवा हवाई साबीत हो रहे है। नये राशन कार्ड बनाए जाने कि प्रतिक्रिया मे जनता का जम कर आर्थिक शोषण किया जा रहा है। गौर तलब हो कि विगत कई वर्षो से बार बार पुराने राशन कार्ड के नवीनी करण को लेकर और नये राशन कार्ड बनाने के नाम पर लोगो का जम कर आर्थिक शोषण किया जा रहा है इससे यह स्पष्ट हो है कि शासन के लचर नितीया के चलते जनता ने अब तक लगभग 6 बार फोटो एंव मतदाता पहचान पत्र एंव बैंक पासबुक फार्म जमा कर चुकि है। प्रत्येक बार मे एक परिवार से लगभग 50से100 रुपये तक गवाने के बाद भी आम जन मानस मे अभी तक राशन कार्ड का दीदार नही हो पाया जिसे लेकर आम जन मानस मे शासन प्रसाशन के प्रति काफी आक्रोश ब्याप्त है। राशन कार्ड के नाम पर कुछ बिचैलियो द्वारा जनता के आर्थिक शोषण का गोरख धन्धा भी खुब फल फुल रहा है। क्षेत्र के ग्राम प्रधानो व इन्टरनेट संचालको द्वारा राशन कार्ड आनलाइन कराने कि बात चर्चा का विषय बना हुआ है। राशन कार्ड के फार्म को आनलाइन जमा करने के नाम पर इन्टरनेट संचालको के द्वारा प्रति फार्म लगभग 100रुपया वसूला जा रहा है। और नेट संचालको द्वारा फार्म को आनलाइन करने के बाद सम्बन्धित ग्राम प्रधान के यहा फार्म को जमा कर दिया जाता है अब सवाल यह उठता है कि जनता का इतना शोषण होने के बाद भी क्या जनता को इस बार नया राशन कार्ड मिल पाएगा या उनका यह फार्म फिर रद्वदी कि टोकरी मे चला जायेगा सवाल यह भी उठता है कि आखिर जनता के आर्थिक एंव मानसिक शोषण का जिम्मेदार कौन।इस सम्बन्ध मे खण्ड विकास अधिकारी का कहना है कि सभी ग्राम प्रधानो को यह आदेश दिया गया है कि जनता द्वारा भरा गया आवेदन फार्म अपने यहा जमा करे।