दुल्हन बोली शौचालय बनवाओं फिर आऊंगी ससुराल
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औराई के चकवीरा गांव के प्रेमशंकर शर्मा के बेटे अनिल की शादी साल भर पूर्व वाराणसी के भूलनपुर निवासी तेजू शर्मा की बेटी खुशबू शर्मा से हुई थी। पति के घर वालों ने जब ससुराल आने की मांगलिक सूचना उसके घर भेजी। लेकिन जब खुशबू को पता चला की उसके घर में शौचालय नहीं है। उसे खुले शौच जाना पड़ेगा। इस पर उसे शर्म आने लगी। उसने मां-बाप के जरिए अपनी शर्त ससुराल वालों को पहुंचायी। दुल्हन की इस शर्त पर ससुरालियों की उलझन बढा दी।़ बिरादरी में उनकी मान मर्यादा का सवाल खड़ा हो गया। बाद में जातिय पंचायत हुई। दुल्हन को लोगों ने काफी समझाया भी। लेकिन वह अपनी शर्त पर अडिग रही। दुल्हन की मांग पर ससुराल के लोग शौचालय निर्माण की शुरुवात कर दी। जब यह खबर दुल्हन को लगी तो वह ससुराल आने के लिए तैयार हो गयी। इधर जब शौचालय के गड्ढे के लिए पति अनिल मजदूरों के पास गया तो उससे मोटी रकम की मांग की जाने लगी। इसके बाद अनिल ने दुख गड्ढा खोदने की जिम्मेवारी संभाल ली। जिला पंचायत राज अधिकारी रामआसरे दूबे ने इसे सामाजिक परिर्वन की मिसाल के रुप में देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह साहस भरा फैसला है। अधिकारों को लेकर यह नारी जागरुकता का उदाहरण है। इससे समाज मंे शौचालय निर्माण को लेकर नयी उम्मीद जागेगी। भदोही जिले में 2 लाख 65 हजार शौचालयों की जरुरत है। चालू वित्तीय वर्ष के लिए 14 हजार शौचालय निर्माण का लक्ष्य रखा गया है।