योग विस्तारक अचल हरिमूर्ति ने कैदियों को सिखाया योग
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जौनपुर। एक इंसान कभी भी इतना खराब नहीं हो सकता कि उसके अच्छा होने की संभावना ही न बचे, इसलिये प्रत्येक व्यक्ति को हर पल अपने आपको सुधारते रहना चाहिये। उक्त बातें पतंजलि योग समिति के तत्वावधान में जिला कारागार में आयोजित सात दिवसीय विशेष योग प्रशिक्षण शिविर के चैथे दिन डिप्टी जेलर सत्य प्रकाश ने कही। इस दौरान योग का क्रियात्मक अभ्यास कराते हुये योग विस्तारक अचल हरिमूर्ति एवं प्रशिक्षक अमित आर्य ने बताया कि अष्टांग योग ही एक ऐसी साधना पद्धति है जिसका नियमित व निरन्तर अभ्यास करके सभी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। इस दौरान श्री हरिमूर्ति ने कैदियों को सूर्य नमस्कार, योगिंग, जागिंग, कपालभाति, भस्त्रिका, अनुलोम-विलोम, मकरासन, मण्डूक आसन, मर्कटासन, भ्रामरी, उदगीय प्राणायामों के साथ ध्यान की विशेष प्रक्रिया का अभ्यास कराया। इस अवसर पर जेल अधिकारी, कर्मचारी, सिपाही सहित अन्य उपस्थित रहे।