महिलाओं का उत्पीड़न नहीं किया जाएगा बर्दाश:कुसुम
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भदोही। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य कुसुम प्रजापति ने बुधवार को प्रदेश के भदोही जनपद का दौरा किया। अतिथि गृह में प्रजापति ने पुलिस अधीक्षक भदोही और दूसरे अधिकारियों से महिलाओं से संबंधित अपराधों की समीक्षा की। उन्होंने जिले में महिला उत्पीड़न रोकने की खास हिदायत दी। थाने आने वाली हर महिला की प्राथमिकी प्राथमिकता के आधार पर दर्ज करने का निर्देश दिया। इस दौरान एएसपी के अलावा सभी सर्किलों के क्षेत्राधिकारी मौजूद थे।
राज्य महिला आयोग की सदस्य कुसुम प्रजापति यहां दोपहर को पहुंची। इस दौरान आलाधिकारियों से उन्होंने जिले में महिलाओं के उत्पीड़न की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने एसपी से साफ तौर पर कहा कि किसी भी स्थिति में महिलालाओं को उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महिलाओं पर बढ़ते अपराध पर हलहाल में नियंत्रित करने का आदेश दिया। उन्होंने साफ किया कि किसी भी स्थिति में अपनी फरियाद लेकर आने वाली महिला की एफआईआर हर स्थिति में दर्ज होनी चाहिए। अपनी शिकायत लेकर थाने आने वाली महिला की बात तत्काल सुनी जाए। उस पर कार्रवाई के लिए त्वरित निर्णय लिया जाए। थाने आने वाली महिलाओं को पूरा सम्मान दिया जाए। उन्हें थाने से न लौटाया जाए। उनकी समस्याओं की प्राथमिकी दर्ज कर उसे निपटाया जाय। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाय। इस मामले में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। महिलाओं के उत्पीड़न को लेकर राज्य महिला आयोग पुरी तरह सख्त और सतर्क है। अगर महिलाओं की शिकायत अनसुनी करने की जनपद से शिकायत आयी तो दोषियों के खिलाफ आयोग स्वयं संज्ञान लेकर कार्रवाई करेगा।
राज्य महिला आयोग की सदस्य कुसुम प्रजापति यहां दोपहर को पहुंची। इस दौरान आलाधिकारियों से उन्होंने जिले में महिलाओं के उत्पीड़न की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने एसपी से साफ तौर पर कहा कि किसी भी स्थिति में महिलालाओं को उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महिलाओं पर बढ़ते अपराध पर हलहाल में नियंत्रित करने का आदेश दिया। उन्होंने साफ किया कि किसी भी स्थिति में अपनी फरियाद लेकर आने वाली महिला की एफआईआर हर स्थिति में दर्ज होनी चाहिए। अपनी शिकायत लेकर थाने आने वाली महिला की बात तत्काल सुनी जाए। उस पर कार्रवाई के लिए त्वरित निर्णय लिया जाए। थाने आने वाली महिलाओं को पूरा सम्मान दिया जाए। उन्हें थाने से न लौटाया जाए। उनकी समस्याओं की प्राथमिकी दर्ज कर उसे निपटाया जाय। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाय। इस मामले में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। महिलाओं के उत्पीड़न को लेकर राज्य महिला आयोग पुरी तरह सख्त और सतर्क है। अगर महिलाओं की शिकायत अनसुनी करने की जनपद से शिकायत आयी तो दोषियों के खिलाफ आयोग स्वयं संज्ञान लेकर कार्रवाई करेगा।