https://www.shirazehind.com/2014/12/blog-post_693.html
जौनपुर।लोहिया गांव चारो में आवास जरूरतमंदों को नहीं मिल पाया। जांच कई अधिकारियों ने किया लेकिन परिणाम यह रहा कि जरूरतमंद लोग छूटते गए। बीपीएल सूची व स्थाई पात्रता की सूची का वास्ता देकर इनको दरकिनार किया जा रहा है।
लोहिया गांव चारो में आवास के लिए ब्लाक का चक्कर लगाते-लगाते थक गई ललिता देवी अब अपनी किस्मत का खेल समझ कर चुप बैठ गई हैं। लोहिया आवास का चयन होते समय ग्राम पंचायत द्वारा बनाई गई सूची की जांच अधिकारियों द्वारा की गई लेकिन जो लोग ग्राम पंचायत की सूची से छूटे गए थे उनके नामों पर चर्चा भी नहीं हुई।
इसी तरह का उदाहरण है ललिता देवी का नाम जो पहले से ही सूची में नहीं डाला गया। बाद में जब ललिता को पता चला तो ब्लाक का चक्कर लगाने लगी लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। इंदिरा आवास इसलिए नहीं मिला कि बीपीएल सूची में तो नाम दर्ज है लेकिन केवल बीपीएल सूची से सामान्य वर्ग के लोगों को आवास नहीं मिलेगा जब तक उनका नाम स्थाई पात्रता सूची में नहीं रहेगा। इस स्थिति में दोनों आवास इनको नहीं मिल पाया।