भदोही में दहेज उत्पीड़न में ससुरालियों पर मुकदमा दर्ज
https://www.shirazehind.com/2014/12/blog-post_264.html
भदोही। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले की गोपीगंज पुलिस ने पिता की तरफ से बेटी को दहेज के लिए प्रताडि़त किए जाने पर पति समेत सास, ससुर पर धारा 498-ए और आईपीसी की दूसरी धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है। यह मामला पीडि़़ता की तरफ से पुलिस अधीक्षक भदोही विक्रमादित्य सचान से गुहार लगाने के बाद निर्देश पर दर्ज किया गया है। ससुरालियों पर अरोप है कि वह युवती से दहेज की मांग करते थे और मांग पूरी न करने पर मारपीट करते थे।
जनपद के गोपीगंज थाने के चहरपुर निवासी दधिबल सिंह ने 2006 में अपनी बेटी मीना सिंह की शादी मिर्जापुर जिले के देहात कोतवाली के छितरपुर गांव जितेंद्र बहादुर पुत्र लाल बहादुर से की थी। ससुरालियों पर आरोप है कि जब मीना ससुराल गई तो उसे दहेज के लिए प्रताडि़त किया जाने लगा। उसके साथ मारपीट की जाती थी। पिता का आरोप है कि साल भर बाद जब लड़की का भाई बेटी की ससुराल उसे लिवा आने गया तो उसके साथ मारपीट की गई और दौड़ा लिया गया। बाद में पिता ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक मिर्जापुर से की, जिस पर उन्होंने मीना की ससुराल में फोर्स भेजकर उसकी विदाई कराई। बाद ससुराल वाले मीना को लिवा जाने के लिए माइके वालों पर दबाव बनाने लगे। इसके बाद पति जितेंद्र सिंह और के साथ गोपीगंज अल्पावास गृह की अधीक्षिका विमला मोंगिया के सामने पति की तरफ से यह शपथ दी गई की वह पत्नी को प्रताडि़त नहीं करेंगा। इस शर्त पर बिदाई हुई। लेकिन बाद में 06 दिसम्बर को ससुराल वालो ने मारपीट कर बेटे अमन के साथ घर से लाकर गोपीगंज में छोड़ दिया। इसके बाद मामला गोपीगंज पुलिस के पास गया लेकिन पुलिस मिर्जापुर का मामला बता पल्ला झाड लिया। लेकिन एसपी के निर्देश पर पुलिस ने दहेज उत्पीड़न और मारपीर के अरोप में पति जितेंद्र बहादुर, सास राजेश्वरी देवी और ससुर लाल बहादुर पर मामला पंजीकृत किया है।
जनपद के गोपीगंज थाने के चहरपुर निवासी दधिबल सिंह ने 2006 में अपनी बेटी मीना सिंह की शादी मिर्जापुर जिले के देहात कोतवाली के छितरपुर गांव जितेंद्र बहादुर पुत्र लाल बहादुर से की थी। ससुरालियों पर आरोप है कि जब मीना ससुराल गई तो उसे दहेज के लिए प्रताडि़त किया जाने लगा। उसके साथ मारपीट की जाती थी। पिता का आरोप है कि साल भर बाद जब लड़की का भाई बेटी की ससुराल उसे लिवा आने गया तो उसके साथ मारपीट की गई और दौड़ा लिया गया। बाद में पिता ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक मिर्जापुर से की, जिस पर उन्होंने मीना की ससुराल में फोर्स भेजकर उसकी विदाई कराई। बाद ससुराल वाले मीना को लिवा जाने के लिए माइके वालों पर दबाव बनाने लगे। इसके बाद पति जितेंद्र सिंह और के साथ गोपीगंज अल्पावास गृह की अधीक्षिका विमला मोंगिया के सामने पति की तरफ से यह शपथ दी गई की वह पत्नी को प्रताडि़त नहीं करेंगा। इस शर्त पर बिदाई हुई। लेकिन बाद में 06 दिसम्बर को ससुराल वालो ने मारपीट कर बेटे अमन के साथ घर से लाकर गोपीगंज में छोड़ दिया। इसके बाद मामला गोपीगंज पुलिस के पास गया लेकिन पुलिस मिर्जापुर का मामला बता पल्ला झाड लिया। लेकिन एसपी के निर्देश पर पुलिस ने दहेज उत्पीड़न और मारपीर के अरोप में पति जितेंद्र बहादुर, सास राजेश्वरी देवी और ससुर लाल बहादुर पर मामला पंजीकृत किया है।