.JPG)
जौनपुर। अपर जिलाधिकारी गंगाराम गुप्ता ने बताया कि तेरहवें वित्त आयोग के केपेस्टि बिल्डिंग प्रोग्राम के अन्तर्गत राज्य स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर टेªनरों डा0 ए0के0सिंह रघुवंशी प्रोफेसर टी0डी0 कालेज, चन्द्रशेखर शर्मा मुख्य अग्निशमन अधिकारी एवं डा0 अजय सिंह पशु चिकित्साधिकारी आपदा प्रबन्धन में क्षमता सम्वर्धन हेतु आज कलेक्ट्रेट स्थित प्रक्षागृह में अपरान्ह डा0 रघुवंशी ने बताया कि आपदा को रोका नही जा सकता है इसलिए प्रबन्धन की आवश्यकता होती है। प्रशिक्षण के माध्यम से त्वरित राहत कार्य के लिए प्रशिक्षित लोगों को तैयार करके संसाधनों का श्रेष्ठतम उपयोग किया जा सकता है। प्रशिक्षण के माध्यम से प्रशासन पर निर्भरता को कम किया जा सकता है। किसी दुर्घटना होने पर प्रशिक्षु व्यक्ति तत्काल राहत पहुंचा सकता है। जिला,तहसील,ब्लाक एवं ग्राम स्तर पर आपदा प्रबन्धन तैयार करने की आवश्यकता है।हमारे पास उपयोगी उपकरण होने चाहिए एवं संचालित व प्रयोग के लिए एक प्रशिक्षित कौशलयुक्त व्यक्ति होना चाहिए। किसी दुर्घटना होने पर शरीर के नीले पड़ने एवं छटपटाहत होने पर उसके टुड्ढ़ी को पकड़कर आगे खीचने पर नीचे चली जायेगी। हृदय गति रूक जाने पर हृदय को बार-बार पम्प करके साथ ही उसके मुंह पे मुंह रखकर आक्सीन देकर जान को बचाया जा सकता है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि जानवरों को लोहे के जंजीरों में कदापि न बांधा जाय। दैवी आपदा आने पर जानवर रस्सी तोड़कर भाग सकता है। श्री शर्मा ने आग से बचाव के बारे में विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दिया। गैस कनेक्शन रेगुलेटर से बन्द करें, सिगरेट आदि का प्रयोग न करें, विद्युत क्षमता का लोड भी बढ़वाये, कुएं में गैस होने पर 50 बार खुले छाते का प्रयोग करने पर गैस खत्म की जा सकती है। अपर जिलाधिकारी ने प्रशिक्षण में उपस्थित लोगों निर्देशित किया कि अपने-अपने तहसील में कम से कम 5 स्थानों पर अग्निशमन अधिकारी द्वारा जनता को प्रशिक्षण दिलायें। उन्होंने अपने लम्बे सेवाकाल में आयी विभिन्न दैवी आपदाओं का जिक्र किया तथा व्यावहारिक जानकारी भी दिया। इस अवसर पर राज्य आपदा प्रबन्धन लखनऊ से आये राकेश कुमार श्रीवास्तव एवं विनय सिंह ने दैवीय आपदा से जनधन की हानि होने पर सहायता राशि के बारे में बताया कार्यक्रम का संचालन आपदा लिपिक आशीष त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम में अधिशासी अभि0 सिचाई एसके सिंह, जल निगम एम आई अ्रंसारी , तहसीलदार सदर केएन तिवारी सहित अन्य तहसीलदारगण बाल विकास परियोजना अधिकारी रामनेवास सिंह, पशु चिकित्साधिकारी अजय सिंह, उद्यान निरीक्षक सुबच्चन राम , सहित अन्य कर्मचारीगण उपस्थित रहे।