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जौनपुर। जगतगुरू नानक देव जी का 546वां प्रकाशोत्सव गुरूवार को परम्परागतपूर्वक बड़े ही धूमधाम से मनाया गया तथा नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गयी जो भ्रमण करते हुये रासमण्डल स्थित गुरूद्वारे पर पहुंचकर समाप्त हो गयी। इसके पहले बीते 4 नवम्बर से चल रहे श्री अखण्ड पाठ साहिब की समाप्त हुई जहां मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जिऊपाल सिंह द्वारा कीर्तन किया गया। साथ ही पटियाला से आये ज्ञानी सुच्चा सिंह द्वारा गुरमत विचार एवं लुधियाना से आये मनजिन्दर सिंह कीर्तन किया गया। इसके उपरांत अरदास के बाद गुरू का लंगर चला जहां उपस्थित हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। सायं को ओलन्दगंज स्थित सुन्दर गुरूद्वारा से एक भव्य शोभायात्रा निकली जो नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुये रासमण्डल स्थित ऐतिहासिक गुरूद्वारा तपस्थान श्री गुरू तेग बहादुर साहिब पहुंचकर समाप्त हो गयी। शोभायात्रा में बैण्ड-बाजों, ढोल-ताशों, डीजे की धुन पर लोग नृत्य कर रहे थे जबकि सबसे आगे हाथी, घोड़ा, ऊंट के साथ अखाड़ों के कलाकारों द्वारा अच्छा प्रदर्शन किया जा रहा था। शोभायात्रा में दशमेश सेवा दल करनैलगंज एवं सलामत बैग पाइपर बैण्ड आजमगढ़ तो आकर्षण का केन्द्र बना रहा। श्री गुरू सिंह सभा एवं गुरूसेवक जत्था के संयुक्त तत्वावधान में निकली शोभायात्रा में आगे-आगे चल रहे पंचप्यारे का जगह-जगह स्वागत किया गया। साथ ही सबसे अंतिम में चल रहे रथ पर सेवक द्वारा गुरू जी का सेवा किया जा रहा था। उधर कोतवाली चैराहे पर बने नियंत्रण कक्ष से पूरे मेले का संचालन हो रहा था जिसकी जिम्मेदारी सुशील वर्मा एडवोकेट के जिम्मे थी। कार्यक्रम को सफल बनाने में संरक्षक सरदार तेजा सिंह, कवलजीत सिंह, हरपाल सिंह, शिशुपाल सिंह, कमल भाटिया, नरेन्द्र पाल सिंह, सतवंत सिंह, गुरमीत सिंह, सतनाम सिंह एडवोकेट, राजेन्द्र खत्री, रंजीत सिंह, प्रभातफेरी प्रभारी गुरूचरन सिंह, सुरेन्द्र सिंह, नमनदीप सिंह, कीर्तन प्रभारी तरनजीत सिंह, नवनीत सिंह, रनवीर सिंह, गुरूवीर सिंह एडवोकेट प्रमुख रहे। अन्त में अध्यक्ष सरदार मनमोहन सिंह होरा ने समस्त सहयोगियों के प्रति आभार जताया।