श्री संकट मोचन संगठन ने 11001 दीपों से सजाया गोपी घाट
https://www.shirazehind.com/2014/11/11001.html
रंगोली प्रतियोगिता आयोजित, आदर्श अखाड़ा ने की आतिशबाजी
जौनपुर। धार्मिक संस्था श्री संकट मोचन संगठन के बैनर तले नखास के गोपी घाट (शाही पुल के बगल) को गुरूवार को देव दीपावली के दिन 11001 दीपों से सजाया गया व बगल स्थित शिवमंदिर को भी सजाया गया जिसे देखने के लिये हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान आयोजन समिति द्वारा हवन-पूजन के साथ आदि गंगा गोमती माता की आरती उतारी गयी जिसके बाद किये गये जयघोष से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा। इसके पहले रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जहां निर्णायक मण्डल द्वारा प्रथम, द्वितीय व तृतीय प्रतिभागी का चयन हुआ जिन्हें स्मृति चिन्ह व पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके बाद शाम होते ही पूरे घाट को 11001 दीपों से सजाया गया जिसे देखकर लगा कि मानो आसमान के तारे जमीन पर उतर आये हैं। इस दौरान जनपद का प्राचीनतम आदर्श अखाड़ा द्वारा अद्भुत आतिशबाजी का नजारा पेश किया गया जो लोगों के लिये आकर्षण का केन्द्र बना रहा। पूरे कार्यक्रम का संचालन राघवेन्द्र जायसवाल ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने मंे सूरज निषाद, रविन्द्र कुमार, डा. कमलेश, धीरज निषाद, पूर्व सभासद लक्ष्मण बेनवंशी, राजू चैधरी, विकास निषाद, बलराम निषाद, सूरज पण्डा, भोला यादव, अनिल मिश्रा, कुन्दन निषाद, चन्दन निषाद, राकेश निषाद, शन्नी निषाद, मनोज निषाद, सूरज विश्वकर्मा, अमित निषाद, सरोज कुमार, पिण्टू निषाद, नन्हे निषाद, शनि जायसवाल, लायंस क्लब ‘पवन’ के अध्यक्ष पवन जायसवाल, महासचिव विजय मौर्या, अंकुर गुप्ता, भीम निषाद, संजय निषाद, संतोष गुप्ता, चन्द्रशेखर सहित अन्य लोगों का सहयोग सराहनीय रहा। अन्त में जिला तलवारबाजी संघ के सचिव लालजी निषाद ने सभी के प्रति आभार जताया।
जौनपुर। धार्मिक संस्था श्री संकट मोचन संगठन के बैनर तले नखास के गोपी घाट (शाही पुल के बगल) को गुरूवार को देव दीपावली के दिन 11001 दीपों से सजाया गया व बगल स्थित शिवमंदिर को भी सजाया गया जिसे देखने के लिये हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान आयोजन समिति द्वारा हवन-पूजन के साथ आदि गंगा गोमती माता की आरती उतारी गयी जिसके बाद किये गये जयघोष से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा। इसके पहले रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जहां निर्णायक मण्डल द्वारा प्रथम, द्वितीय व तृतीय प्रतिभागी का चयन हुआ जिन्हें स्मृति चिन्ह व पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके बाद शाम होते ही पूरे घाट को 11001 दीपों से सजाया गया जिसे देखकर लगा कि मानो आसमान के तारे जमीन पर उतर आये हैं। इस दौरान जनपद का प्राचीनतम आदर्श अखाड़ा द्वारा अद्भुत आतिशबाजी का नजारा पेश किया गया जो लोगों के लिये आकर्षण का केन्द्र बना रहा। पूरे कार्यक्रम का संचालन राघवेन्द्र जायसवाल ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने मंे सूरज निषाद, रविन्द्र कुमार, डा. कमलेश, धीरज निषाद, पूर्व सभासद लक्ष्मण बेनवंशी, राजू चैधरी, विकास निषाद, बलराम निषाद, सूरज पण्डा, भोला यादव, अनिल मिश्रा, कुन्दन निषाद, चन्दन निषाद, राकेश निषाद, शन्नी निषाद, मनोज निषाद, सूरज विश्वकर्मा, अमित निषाद, सरोज कुमार, पिण्टू निषाद, नन्हे निषाद, शनि जायसवाल, लायंस क्लब ‘पवन’ के अध्यक्ष पवन जायसवाल, महासचिव विजय मौर्या, अंकुर गुप्ता, भीम निषाद, संजय निषाद, संतोष गुप्ता, चन्द्रशेखर सहित अन्य लोगों का सहयोग सराहनीय रहा। अन्त में जिला तलवारबाजी संघ के सचिव लालजी निषाद ने सभी के प्रति आभार जताया।