इस बार भी अपनी जेब खर्च से स्वयं अपने हाथ से बालक ने बतायी मूर्ति
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बता दें कि उक्त बालक नगर के खासनपुर निवासी मन्ना लाल श्रीवास्तव का लगभग 14 वर्षीय पुत्र प्रद्युम श्रीवास्तव है। मन्ना लाल दीवानी न्यायालय में पेशकार के पद पर कार्यरत हैं जिन्होंने बताया कि उनका पुत्र पढ़ाई के साथ अपने धर्म के प्रति आस्थावान है जो पिछले कई वर्षों से अपने मिले जेब खर्च को एकत्रित करके स्वयं अपने हाथों से मां की प्रतिमा बनाता है और घर के पास ही पण्डाल बनाकर नवरात्रि में माता रानी की प्रतिमा स्थापित करके प्रतिदिन सुबह-शाम आरती व पूजा करता है।
लगभग 5 हजार रूपये लागत से मूर्ति बनाने वाले प्रद्युम श्रीवास्तव का कहना है कि इसमें वह किसी से भी सहयोग नहीं लिया है।