राजभवन के हस्तक्षेप के बाद शिक्षकों से वार्ता
https://www.shirazehind.com/2014/10/blog-post_30.html
जौनपुर। स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ के धरने का मामला मंगलवार की
देररात तक चलता रहा। राजभवन के हस्तक्षेप के बाद कुलपति प्रो.पीयूष रंजन
अग्रवाल ने वार्ता की। जिसमें शिक्षकों की 14 सूत्रीय समस्याओं को सुनकर
उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया।
शिक्षकों ने मांग किया कि वार्षिक आडिट रिपोर्ट व अनुमोदित शिक्षकों की सूची वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। संविदा नवीनीकरण के मामलों में सम्बद्धता विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार व लूट संस्कृति पर लगाम लगाते हुए प्रक्रिया को सरलीकृत किया जाए। परेड संस्कृति को खत्म करके शिक्षक सम्मान सर्वोपरि रखते हुए हर हाल में दो माह में संविदा विस्तार किया जाए। ऐसा नहीं होता तो स्वत: संविदा विस्तरण मान लिया जाएगा। वर्ष 2009 के पूर्व के प्राध्यापकों को रेगुलेशन की बाध्यता से मुक्त करने व विधायी समितियों में स्थान, पेपर सेटिंग व शोध-निर्देशन के प्रकरण में शासन को संदर्भित किया गया।
अध्यक्ष डा.अनुराग मिश्र ने बताया कि अभी कई बिन्दुओं पर कुलपति कार्य परिषद में निर्णय लेंगे। उसको शासन के संज्ञान में दे दिया गया है।
इस मौके पर डा.सीवी पाठक, डा.सदानंद मिश्र, डा.अभय मालवीय, डा.अनिल सिंह, डा.राममोहन अस्थाना, डा.अचल सिंह, डा.पवन सिंह आदि मौजूद रहे।
शिक्षकों ने मांग किया कि वार्षिक आडिट रिपोर्ट व अनुमोदित शिक्षकों की सूची वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। संविदा नवीनीकरण के मामलों में सम्बद्धता विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार व लूट संस्कृति पर लगाम लगाते हुए प्रक्रिया को सरलीकृत किया जाए। परेड संस्कृति को खत्म करके शिक्षक सम्मान सर्वोपरि रखते हुए हर हाल में दो माह में संविदा विस्तार किया जाए। ऐसा नहीं होता तो स्वत: संविदा विस्तरण मान लिया जाएगा। वर्ष 2009 के पूर्व के प्राध्यापकों को रेगुलेशन की बाध्यता से मुक्त करने व विधायी समितियों में स्थान, पेपर सेटिंग व शोध-निर्देशन के प्रकरण में शासन को संदर्भित किया गया।
अध्यक्ष डा.अनुराग मिश्र ने बताया कि अभी कई बिन्दुओं पर कुलपति कार्य परिषद में निर्णय लेंगे। उसको शासन के संज्ञान में दे दिया गया है।
इस मौके पर डा.सीवी पाठक, डा.सदानंद मिश्र, डा.अभय मालवीय, डा.अनिल सिंह, डा.राममोहन अस्थाना, डा.अचल सिंह, डा.पवन सिंह आदि मौजूद रहे।