पटना मे रावन दहन के दौरान भगदड़, 29 की मौत और 50 घायल
https://www.shirazehind.com/2014/10/29-50.html
पटना। गांधी मैदान में विजयादशमी की शाम शुक्रवार को रावण वध के बाद
रामगुलाम चौक के तरफ वाली गेट के पास मची भगदड़ में कम से कम 29 लोगों के
मारे जाने की सूचना है, संख्या के बढ़ने की आशंका है। जिला प्रशासन की ओर
से इसकी पुष्टि कर दी गई है। इसके साथ ही महिलाओं और बच्चों सहित दर्जनों
लोग घायल हैं। घायलों को पटना मेडिकल कालेज अस्पताल में दाखिल कराया गया
है। प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि अस्पताल भेजे गए कई लोगों की सांस
नहीं चल रही थी। हालांकि काफी देर तक मौत की पुष्टि नहीं हो पाई। प्रारंभिक
सूचना के अनुसार दबने और गिरने से 40 से ज्यादा लोग घायल हुए। घटना के बाद
भीड़ ने जमकर हंगामा किया। प्रशासनिक इंतजाम को लेकर लोग नाराज थे। स्थानीय
लोग और भीड़ में शामिल युवकों ने घायलों को मदद पहुंचाई। भगदड़ के बाद सबसे
बड़ी चुनौती लोगों को वहां से हटाने की थी। प्रशासन के वरीय अधिकारी
घटनास्थल पर पहुंचे हैं। पटना क्षेत्र के आइजी कुंदन कृष्ण पीएमसीएच
पहुंचे। प्रारंभिक सूचना के अनुसार रावण वध के बाद भारी भीड़ गांधी मैदान से
निकल रही थी। रावण का वध होते ही मेन गेट की तरफ से लोग तेजी से निकलने
लगे। इसी दौरान गढ्डे में गिरने से एक व्यक्ति घायल हो गया। उसका सिर फटा।
घटनास्थल पर चीख-पुकार मची, तो बाकी लोग घबरा कर इधर-उधर भागने लगे। वे समझ
नहीं पा रहे थे कि क्या हुआ है? भगदड़ मच गई। भीड़ में दबकर 40 से ज्यादा
लोग घायल हुए जिसमें से 29 लोगों के मरने की सूचना दी गई है। देर तक
घटनास्थल पर अफरातफरी और हंगामे का माहौल रहा। लोगों के चप्पल-जूते बिखरे
पड़े थे। रावण वध देखने आने वालों के सगे संबंधी भी घटनास्थल की ओर भागे।
विजयादशमी और नवमी एक ही दिन होने की वजह से पंडालों में दुर्गा प्रतिमा
देखने के लिए भी राजधानी की सड़कों पर भारी भीड़ उमड़ी थी। रावण वध के दौरान
गांधी मैदान में प्रति वर्ष काफी भीड़ होती है। उल्लेखनीय है कि दो वर्ष
पूर्व छठ पर्व के दौरान भी पटना में इसी तरह भगदड़ मची थी। पुन: ऐसी घटना
साबित करती है कि प्रशासन ने इसको लेकर सबक नहीं लिया था।