स्ववित्तपोषित शिक्षकों ने विश्वविद्यालय में किया हंगामा
https://www.shirazehind.com/2014/09/blog-post_303.html
जौनपुर।वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय में मंगलवार को
शिक्षकों व छात्रों ने अपनी जायज मांगों को लेकर खूब नारेबाजी करते हुए
हंगामा व धरना दिया। जिसके चलते पूरे विश्वविद्यालय परिसर में दिनभर
अफरा-तफरी का माहौल कायम रहा। जिसके चलते विश्वविद्यालय का कार्य पूर्णतया
ठप रहा।
स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ के शिक्षकों ने अपने पूर्व कार्यक्रम के अनुसार 14 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रशासनिक भवन के सामने जमीन पर धरना दिया। कुलपति के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में एक बजे शिक्षकों ने कुलपति के आने के बाद नारेबाजी करते हुए उनके घेराव के लिए कूच किया। शिक्षकों के उग्र तेवर को देखते हुए पुलिस बुला ली गई। कुलपति कार्यालय के सभी चैनल बंद कर उन्हें शैक्षणिक अनुभाग के पास रोक दिया गया। इससे नाराज सैकड़ों शिक्षकों ने चैनल तोड़ने का प्रयास किया। पुलिस बल से नोक-झोंक हुई। जिससे टीचर और उग्र हो गए। उसी गैलरी में खूब हंगामा कर विश्वविद्यालय विरोधी व वीसी वापस जाओ का नारा लगाते हुए वही धरने पर बैठ गए। देरशाम तक चले हंगामा व धरने के बीच कुलपति कार्यालय से चले गए।
स्ववित्तपोषित शिक्षकों के 14 सूत्रीय मांगों पर विचार के लिए कुलपति ने 24 सितंबर को प्राचार्य डा.लालजी त्रिपाठी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। शिक्षक संघ ने विश्वविद्यालय में माफिया राज खत्म करने व हर समस्या पर कमेटी गठित करने की आलोचना की।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष डा.अनुराग मिश्र, डा.विजय प्रताप तिवारी, अनिल सिंह, डा.पवन सिंह, डा.श्यामदत्त दूबे, डा.सीवी पाठक, डा.अभय मालवीय आदि मौजूद रहे।
स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ के शिक्षकों ने अपने पूर्व कार्यक्रम के अनुसार 14 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रशासनिक भवन के सामने जमीन पर धरना दिया। कुलपति के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में एक बजे शिक्षकों ने कुलपति के आने के बाद नारेबाजी करते हुए उनके घेराव के लिए कूच किया। शिक्षकों के उग्र तेवर को देखते हुए पुलिस बुला ली गई। कुलपति कार्यालय के सभी चैनल बंद कर उन्हें शैक्षणिक अनुभाग के पास रोक दिया गया। इससे नाराज सैकड़ों शिक्षकों ने चैनल तोड़ने का प्रयास किया। पुलिस बल से नोक-झोंक हुई। जिससे टीचर और उग्र हो गए। उसी गैलरी में खूब हंगामा कर विश्वविद्यालय विरोधी व वीसी वापस जाओ का नारा लगाते हुए वही धरने पर बैठ गए। देरशाम तक चले हंगामा व धरने के बीच कुलपति कार्यालय से चले गए।
स्ववित्तपोषित शिक्षकों के 14 सूत्रीय मांगों पर विचार के लिए कुलपति ने 24 सितंबर को प्राचार्य डा.लालजी त्रिपाठी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। शिक्षक संघ ने विश्वविद्यालय में माफिया राज खत्म करने व हर समस्या पर कमेटी गठित करने की आलोचना की।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष डा.अनुराग मिश्र, डा.विजय प्रताप तिवारी, अनिल सिंह, डा.पवन सिंह, डा.श्यामदत्त दूबे, डा.सीवी पाठक, डा.अभय मालवीय आदि मौजूद रहे।