सुर्खियों में रहने वाले वीडीओ की पुनः तैनाती से मामला भड़का
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जौनपुर। केराकत विकास खण्ड पर तैनात ग्राम विकास अधिकारी द्वारा की जा रही मनमानी से ग्रामीणों में भारी असंतोष बढ़ता जा रहा है जो कभी भी तूल पकड़ सकता है तथा इसकी सारी जिम्मेदारी सम्बन्धित अधिकारी की होगी। सूत्रों के अनुसार डोभी विकास खण्ड पर तैनात ग्राम विकास अधिकारी हरिहर लाल ने लगभग 6 माह पहले ऐन-केन-प्रकारेण अपना पुनः तबादला केराकत विकास खण्ड के लिये करा लिया जबकि डोभी विकास खण्ड पर तैनाती से पहले वे केराकत में काफी चर्चित रहे। इतना ही नहीं, काफी विवादित ग्राम विकास अधिकारी के रूप में उनकी छवि रही है। चर्चाओं की मानें तो कल व छल के बल पर दूसरी बार केराकत विकास खण्ड पर अपनी तैनाती के साथ अपने कल, बल एवं छल से ग्राम विकास अधिकारी सहित एडीओ पंचायत पद पर आसीन होकर मनरेगा सहित अन्य विकास कार्यों में भारी पैमाने पर धांधली करके अपने आर्थिक साम्राज्य का विस्तार करने में लगे हुये हैं। वर्तमान में उनके द्वारा 8 ग्राम पंचायत नहरन, सुल्तानपुर, अमिहित, अतरौरा, सरहज, बड़ेवर, चैरा, धरौरा गांवों में भारी पैमाने पर मनरेगा सहित अन्य विकास कार्यों में धांधली का कार्य कराया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार ग्राम प्रधान सुल्तानपुर व विकास अधिकारी की मिलीभगत से उक्त गांव में मनरेगा समेत अन्य विकास कार्यों में नियम व कानून की धज्जियां उड़ाते हुये भारी पैमाने पर धांधली करके सरकारी धन का जमकर बंदरबांट करते हुये कागजी विकास किया गया है। इसकी यदि उच्चस्तरीय जांच करायी जाय तो परत-दर-परत पर्दा उठता चला जायेगा। वहीं विकास के नाम पर हुये बंदरबांट का परिणाम और तथ्य काफी चैंकाने वाले होंगे।