जौनपुर। मनबढ़ पट्टीदारों द्वारा आये दिन दी जाने वाली धमकी एवं हल्का पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्यवाही न करने से क्षुब्ध पीडि़त परिवार सोमवार को अपने पूरे कुनबे के साथ आरक्षी अधीक्षक के दरबार पहुंच गया। हालांकि उनकी अनुपस्थिति में पीडि़त परिवार ने लिखित रूप से अपनी पीड़ा सुनाते हुये कार्यवाही करने की मांग करते हुये जानमाल की गुहार भी लगायी है। यह मामला शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के भण्डारी पुलिस चैकी अन्तर्गत नूर खां कुंआ का है जहां के निवासी शादाब अख्तर के पट्टीदार जिया, जावेद, तनवीर न जाने किसी रंजिश में पीडि़त परिवार को गाली-गलौज देते हुये धमकी देते रहते हैं। उनकी मनबढ़ई का आलम यह हुआ कि बीते रविवार को उपरोक्त ने एक राय होकर घर के ही बबलू व जिमी के साथ मिलकर पानी जैसी मामूली बात पर शादाब के घर में घुसकर उस पर हमला बोल दिये। इतना ही नहीं, बीच-बचाव करने आयी उसकी पत्नी को जिया व जावेद ने मारपीट दिया। मुंह से बहते खून के साथ पीडि़त शादाब पुलिस चैकी पहुंचा जहां चैकी प्रभारी महोदय ने पीडि़त के अलावा विपक्ष के 3 लोगों को कोतवाली भेज दिया। यहां से कोतवाली पुलिस ने धारा 151 के तहत चालान भेजकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली लेकिन पीडि़त की पीड़ा को नहीं सुनी। घर में सिलाई मशीन रखकर अपना व परिवार का पेट पालने वाले शादाब ने किसी तरह पैसा मंगलवाकर न्यायालय से अपनी जमानत करवायी और घर पहुंचा। मोहल्लेवासियों की मानें तो रात लगभग 8 बजे विपक्षी दर्जन भर लोगों के साथ लामबंद होकर एक बार फिर शादाब के घर पर चढ़ गये और मारपीट पर आमादा रहे लेकिन मोहल्ले के लोगों के बीच-बचाव से मामला शांत हुआ। ऐसे में पीडि़त अपनी पत्नी के अलावा 3 छोटे बच्चों के साथ भय एवं दहशत के साये में जी रहा है जिसने आरक्षी अधीक्षक से जानमाल की गुहार लगाते हुये विपक्षियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग किया है।