संक्रामक रोगो ने पसारा पांव , अस्पतालों में मरीजों की भरमार
https://www.shirazehind.com/2014/07/blog-post_731.html
जौनपुर : वर्षा ऋतु में जल जनित रोगों की बाढ़ आ गई है। सरकारी व गैर
सरकारी अस्पताल डायरिया, ज्वांडिस, वायरल फीवर, मलेरिया, टायफाइड पीड़ित आ
रहे हैं। चिकित्सक के मुताबिक दूषित पानी और भोजन बीमारी का कारण बन रहा
है।
जुलाई माह में कई दिनों तक हुई बारिश व तापमान के उतार-चढ़ाव के कारण तमाम प्रकार की बीमारियों ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। गांव से लेकर शहर तक रोगियों की भरमार है। शाहगंज के सुरिस गांव में डायरिया की चपेट में आकर तीन बच्चों की मौत हो गई। अन्य इलाकों में भी मस्तिष्क ज्वर, डायरिया, पीलिया आदि की चपेट में आकर कई जाने जा चुकी है।
वरिष्ठ कार्डियोलाजिस्ट डा.हरेंद्र देव सिंह ने कहा कि मौसम खराब होने के कारण संक्रामक बीमारियां तेजी से पैर पसारती हैं। जिन लोगों में प्रतिरोधक क्षमता कम होती है उनमें संक्रमण का खतरा अधिक होता है। वहीं दूषित पानी से आंध्र शोध, पीलिया, डायरिया की चपेट में लोग आते हैं। समय से उपचार न होने पर मौत का भी खतरा होता है। डा.सिंह ने सलाह दिया कि स्वच्छ पानी का सेवन करें। घरों व आस-पास साफ-सफाई रखें। बाजार के बने खाद्य पदार्थो के सेवन से बचें। संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें।
जुलाई माह में कई दिनों तक हुई बारिश व तापमान के उतार-चढ़ाव के कारण तमाम प्रकार की बीमारियों ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। गांव से लेकर शहर तक रोगियों की भरमार है। शाहगंज के सुरिस गांव में डायरिया की चपेट में आकर तीन बच्चों की मौत हो गई। अन्य इलाकों में भी मस्तिष्क ज्वर, डायरिया, पीलिया आदि की चपेट में आकर कई जाने जा चुकी है।
वरिष्ठ कार्डियोलाजिस्ट डा.हरेंद्र देव सिंह ने कहा कि मौसम खराब होने के कारण संक्रामक बीमारियां तेजी से पैर पसारती हैं। जिन लोगों में प्रतिरोधक क्षमता कम होती है उनमें संक्रमण का खतरा अधिक होता है। वहीं दूषित पानी से आंध्र शोध, पीलिया, डायरिया की चपेट में लोग आते हैं। समय से उपचार न होने पर मौत का भी खतरा होता है। डा.सिंह ने सलाह दिया कि स्वच्छ पानी का सेवन करें। घरों व आस-पास साफ-सफाई रखें। बाजार के बने खाद्य पदार्थो के सेवन से बचें। संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें।