नाग देवता की पूजा के साथ नाग पंचमी मनाये आप सब को शुभकामना
https://www.shirazehind.com/2014/07/blog-post_288.html
नागपंचमी यानी नाग देवता की पूजा। हमारा देश भी विविधताओं और विचित्रताओं
से भरा पड़ा है। नाग जो मनुष्यों का दुश्मन है उसकी पूजा का भी विधान है
ताकि किसी को क्षति न पहुँचावे इसी प्रकार गोस्वामी तुलसीदास ने भी मानस
में दुस्टों और खल व्यक्तियों की वन्दना में लिखा है बहुरि बंदि खल गन सत
भाये जेहि बिनु काज दाहिने बाये। इस प्रकार हम नाग देवता की पूजा के साथ
नाग पंचमी मनाये आप सब को शुभकामना