जौनपुर में चरितार्थ हो रही है घाघ की कहावत, नही बरस रहा है पानी
https://www.shirazehind.com/2014/07/blog-post_214.html
रात मखद्दर दिन घम छाही घाघ कहै अब बरखा नाही घाघ की यह कहावत जौनपुर में अच्छर सः चरितार्थ होती दिखाई पड़ रही हैै। यहां पर दिन भर कभी कड़ाके की धूप हो रही कभी काले बादल की घटा ऐसे छा जा रहा है कि जैसे लगता मेघ झूमकर बरसने वाले है लेकिन वेगैर बारिश किये मात्र 20 मिनट बाद ही कड़ाके की धूप हो जा रही है। रात के उमस भरी गर्मी के कारण लोगों की रात की नींद हराम हो जा रही है। एसी कूलर और पंखे भी जैसे आग उगलने वाली मुद्रा में ही नजर आ रहे है। ऐसे में यहां सूखा पड़ने की सम्भावना प्रबल होती दिखाई पड़ रही है। किसानों का हलख सूख रहा है धरती का सीना फटा जा रहा है। आम जनता बारिश न होने के बेचैन है पशु पक्षी सभी हैरान परेशान है। अभी तक यहां पर दो या तीन बार बारिश हुई है उसके बाद से हल्की बुंदा बादी से लोगों को संतोष करना पड़ा है।