बिजली संकट के लिए जनता दोषी: अखिलेश
https://www.shirazehind.com/2014/06/blog-post_9034.html
लखनऊ. बदायूं गैंगरेप के बाद चौतरफा आलोचना झेल रही यूपी सरकार सबक लेने के बजाय दूसरे प्रदेशों की घटनाओं का हवाला दे रही है। प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर जब उनसे सवाल पूछा गया, वह मीडिया पर ही भड़क गए और पक्षपात का आरोप लगाया। मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लेने के बाद उन्होंने मीडिया को आड़े हाथों लिया। साथ ही केंद्र सरकार से कोयले और बिजली की मांग की।
सीएम ने कहा, 'मीडिया कवरेज में लगातार यूपी के साथ ज्यादती हो रही है। देश में हर तरफ ऐसी घटनाएं हो रही हैं, लेकिन खबरें सिर्फ यूपी की दिखाई जा रही हैं। गूगल पर हर प्रदेश के आंकड़े मौजूद हैं, लेकिन निशाना सिर्फ हमें बनाया जा रहा है। बेंगलुरु और मध्य प्रदेश की घटनाओं को कोई नहीं दिखाना चाहता।'
बिजली संकट पर बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि यूपी की जनता ने जो जनादेश दिया है, उसका ही नतीजा है कि सूबे को 16 घंटे भी बिजली नहीं दी जा पा रही है। सीएम ने भाजपा सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि ये बहुत चालू लोग हैं। अखिलेश ने कहा, 'केंद्र सरकार कम से कम यूपी को उसके कोटे की बिजली तो दे दे। जब तक केंद्र ऐसा नहीं करता, हम बिजली कहां से दें। उन्होंने कहा, 'केंद्र एक साल के लिए हमें कोयला उधार ही दे दे, हम उसे 2016 में लौटा देंगे। तब तक यहां कई बिजली परियोजनाएं शुरू हो जाएंगी।'
बिजली संकट पर बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि यूपी की जनता ने जो जनादेश दिया है, उसका ही नतीजा है कि सूबे को 16 घंटे भी बिजली नहीं दी जा पा रही है। सीएम ने भाजपा सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि ये बहुत चालू लोग हैं। अखिलेश ने कहा, 'केंद्र सरकार कम से कम यूपी को उसके कोटे की बिजली तो दे दे। जब तक केंद्र ऐसा नहीं करता, हम बिजली कहां से दें। उन्होंने कहा, 'केंद्र एक साल के लिए हमें कोयला उधार ही दे दे, हम उसे 2016 में लौटा देंगे। तब तक यहां कई बिजली परियोजनाएं शुरू हो जाएंगी।'