गार्जियन्स के प्रथम शो में दर्शकों का उमड़ा जन सैलाब
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जौनपुर। फिल्म मनोरंजन के साथ समाज का आइना होती है। इसके भावनात्मक पहलुओं को आत्मग्राह करना चाहिये। गार्जियन्स फिल्म की कहानी महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचार और उनके अधिकारों के हनन पर आधारित है। महिला उत्थान की बात रोज होती है लेकिन यथार्थ के धरातल पर कुछ और ही है। ऐसे में जौनपुर के चिकित्सक डा. विनोद प्रसाद सिंह ने गार्जियन्स का निर्माण कर सराहनीय कार्य किया है। मैं समाज के सभी वर्ग लोगों से अपील करता हूं कि इस फिल्म को देखें और इसकी मंशा को आचरण में ढालें। उपरोक्त बातें स्थानीय एक थिएटर में जौनपुर में पूर्ण रूप से फिल्मायी गयी फिल्म गार्जियन्स के प्रथम शो के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए पूर्व मंत्री जगदीश नारायण राय ने कहा। महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों और पुरूष प्रधान समाज में महिलाओं की हो रही अनदेखी तथा खाप पंचायतों में होने वाले महिलाओं के विरूद्ध फैसलों के खिलाफ जनपद के वरिष्ठ चिकित्सक डा. वीपी सिंह स्वयं जहां इस फिल्म की कहानी लिखी, गीत लिखा वहीं अपने सशक्त अभिनय से जनसामान्य को आश्चर्यचकित कर दिया। जनपद में प्रदर्शन के प्रथम दिन थिएटर में जनसैलाब उमड़ पड़ा। फिल्म की कहानी को जहां दर्शकों ने सराहा वहीं एक-एक संवाद पर पूरा हाॅल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा। फिल्म के कथाकार, गीतकार व अभिनेता डा. वीपी सिंह के अनुसार इस फिल्म के माध्यम से हमारा प्रयास है कि महिलाओं को उनके संवैधानिक अधिकार पूरी तरह से प्राप्त हो तथा उन पर होने वाले अत्याचारों पर अंकुश लगे। यह पूछे जाने पर कि आप इस फिल्म से कितने संतुष्ट हैं तो डा. सिंह का जवाब था फिल्म देखने के बाद लोग नारी सम्मान के प्रति सचेत हो जाए यह मेरी सफलता व उपलब्धि होगी।