पेयजल संकट से जूझ रहे नागरिक
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जौनपुर: नगर तथा क्षेत्र के कई गांवों के लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। वजह, जलस्तर नीचे चले जाने के कारण कुएं सूख गए हैं, देशी हैंडपंपों ने पानी उगलना बंद कर दिया है और सरकारी इंडिया मार्क टू हैंडपंप बिगड़े पड़े हैं। जल निगम विभाग व विकास खंड के अधिकारी लिखा-पढ़ी तक ही सीमित हैं।
नगर क्षेत्र के कई वार्डो में नलकूप व हैंडपंप खराब हैं। कई माह पूर्व सूची बनाकर जल निगम को दे दी गई है इसके बाद भी मरम्मत व री-बोर नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं।
बरसठी विकास खंड में 100 से अधिक हैंडपंप खराब पड़े हैं। बिगड़े हैंडपंपों में अधिकांश का री-बोर होना है। ग्रामीण ब्लाक कार्यालय, तहसील दिवस व एसडीएम कार्यालय का चक्कर काटते-काटते थक गए लेकिन आज तक मरम्मत के लिए विभाग द्वारा कोई पहल नहीं की गई।
विकास खंड कार्यालय के आंकड़े के मुताबिक 26 अप्रैल 2013 को 52, 12 जनवरी 2014 को पांच तथा एक फरवरी 2014 को 34 हैंडपंपों के री बोर हेतु सूची जल निगम विभाग को भेजा गया है जिसमें बाल विकास कार्यालय का नल भी वर्षो से खराब है। वह भी सूची में शामिल है।
क्षेत्र के राजापुर गांव निवासी लाल तिवारी, बनकट के शोले, लल्लू राय, रंग लाल, बंगाली, गहली गांव के अमरनाथ यादव, गोहका के लालजी, राम अभिलाष, देवमणि, गारोपुर के शिव बहादुर आदि ने बताया कि हैंडपंप खराब होने के कारण पानी का संकट उत्पन्न हो गया है। इस बारे में पूछने पर जल निगम के जेई आरसी गुप्ता ने कहा कि स्वीकृति मिलने पर ही रीबोर का काम शुरु किया जाएगा।