सिंदूर-एंगुर के विवाद में टूटी शादी थाने में हुई सम्पन्न
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जौनपुर। समाज के जिम्मेदार लोग यदि अपनी जिम्मेदारी का एहसास कर किसी भी समस्या के समाधान के लिये सकारात्मक सोच के साथ पहल करें तो बिगड़ी बात भी बन जाती है। कुछ इसी तरह का वाक्या सोमवार को खुटहन थाने में देखने को मिला जिसके कई लोग साक्षी बने। थानाध्यक्ष के विवेकपूर्ण पहल पर 4 दिन पहले टूटे रिश्ते थाना परिसर के मंदिर में आपसी समझौते से 7 फेरे के साथ जुट गये। मालूम हो कि खुटहन क्षेत्र के पनौली गांव निवासी राजेन्द्र प्रसाद के पुत्र कृष्ण बिहारी की शादी दीदारगंज थाना क्षेत्र के भादौ गांव निवासी रामसेवक की पुत्री सुमन से तय हुई थी। बीते 12 जून को धूमधाम से बारात आयी और द्वार चार लगने के बाद शादी के लिये दूल्हा मण्डप पहंुचा। रस्मो-रिवाज के साथ शादी की प्रक्रिया शुरू हुई लेकिन तभी सिन्दूरदान के दौरान अचानक बात बिगड़ गयी। दुल्हन की मांग दूल्हा सिन्दूर से भरना चाहता था जबकि वहां सिन्दूर की जंग एंगुर से मांग भरने की प्रथा थी। घराती पक्ष एंगुर से मांग भने की बात पर अड़ गये जिसको लेकर दूल्हा नाराज होकर शादी करने से इनकार करते हुये मण्डप से उठकर बाहर चला गया। इस पर घरातियों ने सभी बारातियों को बंधक बना लिया जो बाद में खर्च का भुगतान करने पर छोड़े गये। इसके बाद सुमन ने फोन से कृष्ण बिहारी से बात की और उसी के साथ शादी की इच्छा जाहिर की तो लड़का भी तैयार हो गया। वह अपने माता-पिता से बात किया तो वे राजी नहीं हुये परन्तु उसकी बहन व बहनोई तैयार हो गये। सोमवार को दोनों पक्ष खुटहन थाने आये जहां थानाध्यक्ष दिनेश चन्द्र मिश्र ने क्षेत्र के सम्भ्रांत नागरिकों एवं परिजनों की उपस्थिति में आपसी सहमति से लड़की मांग सिन्दूर से भरवाकर विधि-विधान से शादी करवा लिया। इस अवसर पर वेद प्रकाश गौतम, रमाशंकर, राम अधार, बृजमोहन सहित तमाम गणमान्य लोग उपस्थित रहे।