
जौनपुर। विश्व बालश्रम निषेध दिवस अमर शहीद परमवीर ऊधम सिंह के बलिदान दिवस तथा क्रांतिकारी युगसन्त महात्मा कबीर के प्राकट्य दिवस पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन राजा साहब का पोखरा पर किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे ज्योतिर्विद एवं किशोर न्याय बोर्ड के अधिकारी डा. दिलीप सिंह ने कहा कि सबसे ज्यादा बालकों का शोषण जिम्मेदार अधिकारी एवं माननीय नेतागण ही करते हैं। परमवीर बलिदानी ऊधम ने राक्षस तुल्य जनरल डायर का अन्त उसी की धरती पर करके अद्वितीय मिसाल कायम की। उन्होंने कहा कि संत कबीर ऐसे निडर युगपुरूष थे जिनका देश ही नहीं मानवता कृतज्ञ है। उनका मूल्यांकन होना अभी बाकी है। इस अवसर पर विजय श्रीवास्तव, प्रेम प्रकाश मिश्र, प्रबन्धक जर्नादन सिंह, पीओ हरिकेश मिश्र, समाजसेवी पद्मा सिंह, ज्ञानकुमार, वकास हुसैन एवं सुरेन्द्र प्रजापति ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये। गोष्ठी में डा. सुशील श्रीवास्तव, डा. रामदत्त, नर सिंह, मोतीलाल मौर्य, शिप्रा सिंह, मनीष एडवोकेट, सुनील, अलका सिंह, डा. आरके त्रिपाठी, संजय उपाध्याय, अभिनव यादव, दिव्येन्दु, दीप नारायण, दिनेश, शैलेन्द्र आदि उपस्थित रहे।