शादी से इनकार करने पर दूल्हा समेत बाराती बने बन्धक
https://www.shirazehind.com/2014/06/blog-post_3215.html
खेतासराय(जौनपुर)।खुटहन क्षेत्र के पनौली गाँव से आजमगढ़ के भादों गाँव में
गुरुवार को गयी बारात में शादी से इनकार करने पर दुल्हा समेत बारातियों को
घरातियों ने बन्धक बना लिया।दूसरे दिन सुबह पंचायत बुलवाकर सुलह समझौता
हुआ। शादी पर हुए खर्च का लेन-देन करने के बाद दुल्हा समेत सभी को रिहा
किया गया।
उक्त गाँव निवासी राजेन्द्र के पुत्र कृष्णबिहारी की शादी भादों गाँव के सेवकराम की पुत्री के साथ तय हुई थी।गुरुवार को धूमधाम से बारात भादों गाँव पहुँचीं। द्वारचार लगा और इसके बाद बाराती खाना खाना खाए।शादी के लिये दूल्हा मंडप में गया। रश्मोरिवाज के अनुसार शादी की पक्रिया शुरू हुई। लेकिन सिन्दूरदान के दौरान अचानक बात बिगड़ गयी।दूल्हन की मांग दूल्हा सिन्दूर से भरना चाहता था। जबकि वहां सिन्दूर की जगह एंगुर से मांग भरने की प्रथा थी। घराती पक्ष एंगुर से ही मांग भरे जाने की बात पर अडिग रहा। इसपर दूल्हा नाराज होकर शादी करने से इनकार करते हुए मंडप से उठकर बाहर चला गया।काफी मानमनौव्वल के बाद भी दूल्हा शादी करने को राजी नहीं हुआ।बारातियों और घरातियों में कहासुनी होने के बाद बात इतनी बिगड़ गयी कि घरातियों ने सभी को बन्धक बना लिया।कहा कि शादी पर जितना खर्च हुआ है उसकी भरपाई करने के बाद ही सबको छोड़ा जायेगा। सुबह पंचायत हुई और पूरा हिसाब कर लेनदेन हुआ। इसके बाद सभी को रिहा किया गया।
उक्त गाँव निवासी राजेन्द्र के पुत्र कृष्णबिहारी की शादी भादों गाँव के सेवकराम की पुत्री के साथ तय हुई थी।गुरुवार को धूमधाम से बारात भादों गाँव पहुँचीं। द्वारचार लगा और इसके बाद बाराती खाना खाना खाए।शादी के लिये दूल्हा मंडप में गया। रश्मोरिवाज के अनुसार शादी की पक्रिया शुरू हुई। लेकिन सिन्दूरदान के दौरान अचानक बात बिगड़ गयी।दूल्हन की मांग दूल्हा सिन्दूर से भरना चाहता था। जबकि वहां सिन्दूर की जगह एंगुर से मांग भरने की प्रथा थी। घराती पक्ष एंगुर से ही मांग भरे जाने की बात पर अडिग रहा। इसपर दूल्हा नाराज होकर शादी करने से इनकार करते हुए मंडप से उठकर बाहर चला गया।काफी मानमनौव्वल के बाद भी दूल्हा शादी करने को राजी नहीं हुआ।बारातियों और घरातियों में कहासुनी होने के बाद बात इतनी बिगड़ गयी कि घरातियों ने सभी को बन्धक बना लिया।कहा कि शादी पर जितना खर्च हुआ है उसकी भरपाई करने के बाद ही सबको छोड़ा जायेगा। सुबह पंचायत हुई और पूरा हिसाब कर लेनदेन हुआ। इसके बाद सभी को रिहा किया गया।