धर्म जोड़ता है, तोड़ता नहीं: श्रीकृष्ण श्रीवास्तव
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जौनपुर। ज्ञान कर्म में ढल जाय तो जीवन का श्रृंगार बन जाय। जब ब्रह्म की प्राप्ति होती है तो उसी जगह सारे भ्रम समाप्त हो जाते हैं। धर्म का कार्य जोड़ना होता है, तोड़ना नहीं। उक्त बातें खुटहन क्षेत्र के त्रिकौलिया गांव निवासी समाजसेवी संगीता गौतम के आवास पर निरंकारी सत्संग के दौरान उपदेश देते हुये उपदेशक श्रीकृष्ण श्रीवास्तव ने कही। दिल्ली निरंकारी मिशन के सक्रिय कार्यकर्ता श्री गौतम के पैतृक आवास पर संत निरंकारी मिशन के तत्वावधान में आयोजित सत्संग के दौरान लंगर का भी आयोजन हुआ जहां मिशन के प्रवक्ता/उपदेशक श्री श्रीवास्तव ने अपने मिशन के उद्देश्य के बारे में बताया। अन्त में उन्होंने कहा कि यदि ज्ञान को कर्म में ढाल दिया जाय तो जीवन का श्रृंगार पूर्ण हो जाता है। इस अवसर पर वेद प्रकाश गौतम, जीत बहादुर यादव, अनार जहां, मधुबन राम, साहब लाल आदि उपस्थित रहे।