इराक में फसे है जौनपुर के 30 छात्र
https://www.shirazehind.com/2014/06/30.html
सैय्यद रजा अली |
सैय्यद मोहम्मद मुस्लिम ने बताया कि उनका बेटा करीब नौ वर्ष से इराक के शहरे ऩजफ में रहकर पढ़ाई कर रहा है। जिसके साथ उसकी पत्नी सबीना आब्दी व एक वर्षीय पुत्र भी है। जिस शहर में उनका बेटा रह रहा है वहां से आतंकी गतिविधि अभी काफी दूर है। उनके सलामती के लिए अल्लाह से दुआ कर रहे है। उनका पूरा परिवार दिनभर टीवी से वहां के हालात के बारे में जानकारी ले रहा है।
जब उनके परिवार के दस वर्षीय बालक मोहम्मद रजा व शमन जाहिरा से इस घटना के बारे में पूछा तो वे भी तपाक से बोल पड़े कि इराक में लड़ाई हो रही है। जहां उनके मामा फंसे हुए है।
इसी तरह बक्शा थाना क्षेत्र के रन्नो गांव के मोo आरिफ , शाहगंज के आशिफ मेहदी , शहर के बलुआघाट के सईद और शाहगंज के बड़ागांव के एक दर्जन लोग इराक में फंसे हुए है ।
मदरसा इमानिया नासीरिया जौनपुर से अरबी में पीजी की डिग्री लेने के बाद 30 छात्र शोध के लिए इराक के शहरे ऩजफ में रह रहे है। जिसमें मुफ्ती मुल्ला टोला के मौलाना सैय्यद रजा अली, बलुआघाट के मौलाना सईद, सिपाह के हादी, बक्शा के रन्नो गांव निवासी मो.आरिफ खान वहां पर रह रहे है। वही आतंकी हमले को लेकर बक्शा के रन्नो निवासी नासिर मेंहदी खान व बड़ेगांव निवासी हसन दानिश भारत लौट आए है। इराक के कर्बला शहर में पुरानी बाजार इस्लाम चौक निवासी अली मेंहदी सालों से वहां रोजगार कर रहे है। आतंकियों द्वारा हमले से परिवार के लोग सहमे हुए है।