21 जून और 22 दिसम्बर का दिन अद्भुत हैः डा. दिलीप सिंह
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जौनपुर। स्थानीय नगर के शकरमण्डी में एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस मौके पर अध्यक्षता कर रहे ज्योतिर्विद, मौसमविद डा. दिलीप सिंह ने कहा कि हमारी हरी भरी नीली धरती के लिए 21 जून एवं 22 दिसम्बर अद्भुत एवं असाधारण है। क्योंकि 21 जून को धरती पर सबसे बड़ा एवं सबसे गर्म दिन होता है जबकि 22 दिसम्बर को सबसे छोटा एवं सबसे ठंडा दिन होता है। इसी तरह 22 दिसम्बर की रात सबसे बड़ी एवं 21 जून की रात सबसे छोटी होती है। इस अवसर पर प्राचार्य डा. आरडी सिंह, डा. राहुल सिंह, इसरो के राजकुमार, सुरेश वर्मा, दुर्गेश पाठक, गणितज्ञ डा. एमएन सिंह ने कहा कि धरती का अपने अक्ष पर 1680 किमी प्रति घंटा की गति से परिभ्रमण एवं सूर्य के चारों ओर एक लाख किमी से ज्यादा गति से परिक्रमण ऋतु परिवर्तन एवं जीवन तथा दिन रात का कारण है। 21 जून को सूर्य के सापेक्ष धरती के उत्तरी गोलार्द्ध लम्बवत रहने से मई से जुलाई तक घोर गर्मी पड़ती है तथा दिन बड़ा एवं रातें छोटी होती हैं। यहा तक कि ध्रुवों पर छह माह का दिन व छह माह की रात होती है जबकि 22 दिसम्बर को इसके ठीक उलट स्थिति के कारण दिन छोटे व रातें बड़ी होती है। नवम्बर से जनवरी तक घोर जाड़ा पड़ता है जबकि इसी परिक्रमण की वजह से 21 मार्च एवं 23 सितम्बर को दिन रात, सर्दी गर्मी बराबर रहते हैं। लाखों करोड़ो वर्ष बाद यह स्थिति बदल जाती है क्योंकि पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा एक वर्ष में पूरी करती है जबकि सूर्य आकाशगंगा की परिक्रमा 22 करोड़ वर्ष में पूर्ण करता है। इस अवसर पर डा. सुशील कुमार, अंजू, विपिन मौर्य, जूही, मनीष सिंह, सुनील दूबे, प्रेमप्रकाश मिश्र, पदमा सिंह, विजय, सुनील सुरेन्द्र प्रजापति सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।