उत्पीड़न के खिलाफ पुलिस के जवान 16 जून को सरकार के खिलाफ फूकेगे विगुल
https://www.shirazehind.com/2014/06/16.html
उत्तर प्रदेश पुलिस पीएसी कल्याण परिषद के तत्वाधान में लखनऊ स्थित जीपीओं पार्क में गांधी प्रतिमा के सामनें 16 जून को सूबह नौ बजे विशाल धरना प्रर्दशन होने जा रहा है। इस धरनें में पूरे प्रदेश से भारी संख्या में पुलिस के जवान सपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलनें का मन बना चुके है। कल्याण परिषद के संयोजक धमेंद्र मिश्रा ने बताया कि मायावती सरकार नें एक शासनादेश जारी किया था कि कास्टेबल अपने गृह जनपद से वाले जिले में नही बल्की कम से कम दो मण्डल दूर तैनात किये जायेगे। इस तुगलकी फरमान के कारण पूरब वाले पश्चिम पश्चिम वाले पूरब उत्तर वाले दक्षिण दक्षिण वालें उत्तर भेज दिये गये थे। जिसका दुष्परिणाम रहा कि कानून व्यवस्था विगड़ गयी थी वही जवानों के परिवार वालों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। इस सारी कठिनाईयों का सजा बसपा को भी 2012 विधान सभा में भुगतना पड़ा। सपा सरकार बनते ही पाटी मुखिया 20 मार्च 2012 को बार्डर स्कीम को समाप्त कर जनपद की सीमावर्ती जिलें में तैनाती की घोषणा कर दिया था। जिसके कारण पुलिस जवानों के परिवार वालों ने राहत की सांस लिया था। लेकिन लोगसभा चुनाव में करारी हार मिलते का दोषी पुलिस कर्मियों को ठहराया जा रहा है। सपा सरकार नें अपने आदेश को निरस्त करते हुए पुनः बार्डर स्कीम के तहत कास्टेबलों को दूर भेजने का फरमान जारी कर दिया है। इस फरमान सें पुलिस के जवानों के माता पिता और परिवार वालों पर बुरा असर पड़ेगा। यह मौलिक हनन की श्रेणी में आता है।