दलितों के मसीहा व युग प्रवर्तक थे बाबा साहबः शीलवंत
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जौनपुर। युगपुरूष बाबा साहब डा. भीम राव अम्बेडकर के जयंती की पूर्व संध्या पर नगर के रिजवी खां में रविवार को गोष्ठी का आयोजन हुआ जहां अध्यक्षता करते हुये शीलवंत ने बाबा साहब को युग प्रवर्तक एवं दलितों का मसीहा बताते हुये उनके योगदान का वर्णन किया। इसी क्रम में मुख्य अतिथि जूरी जज डा. दिलीप सिंह ने कहा कि डा. अम्बेडकर आधुनिक संविधान एवं भारत के प्रमुख निर्माताओं में से एक रहे हैं। उनका देश की एकता व अखण्डता में अहम योगदान रहा तथा आज भी वे पूर्ण प्रासंगिक एवं कोटि-कोटि दलितों एवं अन्याय से पीडि़तों के प्रबल प्रेरणास्रोत बने हुये हैं। अन्त में मुख्य वक्ता डा. शम्भूनाथ ने कहा कि अम्बेडकर का आजादी के बाद का सपना आज तक अधूरा है, क्योंकि देश की कोटि-कोटि शोषित, पीडि़त, दलित जनता आज तक भोजन, वस्त्र, मकान आदि की बुनियादी चीजों तक से वंचित है। इस अवसर पर डा. विमला सिंह, पद्मा सिंह, जड़ावती, डा. एसएन चैधरी, राम आसरे, डा. बीएल वर्मा, निधि सिंह, शिप्रा सिंह, नेहा विश्वकर्मा, एकता, अलका सिंह, कोमल हरलालका, संजय, शिवम्, शिवांश आदि उपस्थित रहे। गोष्ठी का संचालन नरसिंह मौर्य ने किया।