इधर गिरे तो कुआं उधर गिरे तो खाई
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जौनपुर : सोलहवीं लोकसभा का चुनाव सिर पर है ऐसे में जिम्मेदार अधिकारी से लेकर प्रत्याशी व उनके समर्थक सड़कों पर वोट के लिए खाक छान रहे है। मगर सबसे अफसोस की बात है कि वह किस मुंह से जनता के बीच वोट मांग रहे है। क्या उनकी नजर सड़कों पर बने गड्ढों पर नहीं पड़ रही है। अगर पड़ती है तो इसमें सुधार क्यों नहीं हो रहा है। बेचारे राहगीर किसी तरह जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे है। घनश्यामपुर से पिलकिछा तक लगभग दो दर्जन जगहों पर सड़क बहकर गड्ढों में तब्दील हो गई।
इलाहाबाद-शाहगंज मार्ग की दशा वर्षो से दयनीय है मगर एक वर्ष पूर्व मरम्मत के नाम पर इसे खोदकर छोड़ दिया गया। अब सड़क पर बची है तो मिट्टी और बड़ी-बड़ी गिट्टी। जिस पर राहगीर गिरकर रोज चुटहिल हो रहे है। मगर यह समस्या गौड़ है। प्रमुख समस्या घनश्यामपुर पिलकिछा के बीच सड़क के किनारे दो दर्जन से अधिक गड्ढे। बीच सड़क में गड्ढा तो किनारे खाई है। लोग बमुश्किल ही रास्ता पार करते है। लोगों का कहना है कि यह दशा जुलाई माह से है फिर भी जनप्रतिनिधि व जिम्मेदारों का ध्यान नहीं जा रहा है।