मंत्रीजी झेल रहे है लू के थपेड़े , जनता मांग रही विकास कार्यो का लेखा जोखा !
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विधान सभा 2012 के चुनाव में इलाके की तस्वीर और जनता की तक़दीर बदलने का सपना दिखाकर मतदाताओ का वोट लेकर राज भोगने वाले यूपी के कैबिनेट मंत्री पारसनाथ यादव एक बार फिर जनता की दरबार में है। ऐसी गाड़ियों के काफिले साथ चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़े से जंग करते हुए जनता के बीच पहुँच कर इस बार दिल्ली भेजने का सिफारिश कर रहे है। लेकिन जनता अब इनके बहकावे न आकर पहले मंत्री जी से अब तक के कार्यकाल में किये गए विकास कार्य का लेखाजोखा मांग रही है।
उत्तर प्रदेश के उद्यान मंत्री पारसनाथ यादव 2012 के विधान सभा चुनाव में मल्हनी विधान सभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी से चुनाव लडे थे । इस चुनाव में उन्होंने जनता से वादा किया था कि पानी ,बिजली, सड़क समेत तमाम मूलभूत समस्याओ का मुक़्क़मल इंतज़ाम करूँगा। जनता ने उन पर विश्वास करके उन्हें अपना बहुमूल्य मत देकर विधायक चुना। यूपी सरकार ने उन्हें अपने कैबिनेट में शामिल करते हुए पशुधन मंत्री बनाया। लेकिन बाद में उनका विभाग बदलकर उद्यान विभाग का मंत्री बनाया गया। मंत्री बनाने के बाद पारसनाथ यादव जनता से किये गए सारे वादे भूल कर सत्ता के मदमस्त में चूर हो गए। इधर जनता गड्ढे में तब्दील हो चुकी सड़को पर अपनी जान जोखिम में डालकर यात्रा तय कर रहे है। बिजली पानी का क्या हाल है यह किसी से छिपा नहीं है। उनके क्षेत्र में स्थापित कताई मिल को मेडिकल कालेज बनवाने के नाम पर बंद कर सैकड़ो लोगो को बेरोजगार करने काम समाजवादी पार्टी की सरकार ने किया है। पारसनाथ के खाते में एक भी विकास कार्य नही लिखा ऊपर से एक महिला की जमीन पर कब्ज़ा करने का आरोप और एक जमीन के खरीदने में स्टाप कम लगाने का आरोप जरूर लगा है। एक बार फिर समाजवादी पार्टी ने उन पर भरोषा करते हुए जौनपुर संसदीय सीट पर अपना प्रत्यासी बनाया है। मंत्रीजी एक बार फिर से जनता से इलाके की तस्वीर और तकदीर बदलने का वादा करके सपा के पक्ष में वोट डालने की मिन्नते कर रहे है। उधर पिछले चुनाव में ठगी गई जनता उनसे उनके कार्यकाल में किये गए विकास कार्यो का लेखा जोखा मांग रही है।
उत्तर प्रदेश के उद्यान मंत्री पारसनाथ यादव 2012 के विधान सभा चुनाव में मल्हनी विधान सभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी से चुनाव लडे थे । इस चुनाव में उन्होंने जनता से वादा किया था कि पानी ,बिजली, सड़क समेत तमाम मूलभूत समस्याओ का मुक़्क़मल इंतज़ाम करूँगा। जनता ने उन पर विश्वास करके उन्हें अपना बहुमूल्य मत देकर विधायक चुना। यूपी सरकार ने उन्हें अपने कैबिनेट में शामिल करते हुए पशुधन मंत्री बनाया। लेकिन बाद में उनका विभाग बदलकर उद्यान विभाग का मंत्री बनाया गया। मंत्री बनाने के बाद पारसनाथ यादव जनता से किये गए सारे वादे भूल कर सत्ता के मदमस्त में चूर हो गए। इधर जनता गड्ढे में तब्दील हो चुकी सड़को पर अपनी जान जोखिम में डालकर यात्रा तय कर रहे है। बिजली पानी का क्या हाल है यह किसी से छिपा नहीं है। उनके क्षेत्र में स्थापित कताई मिल को मेडिकल कालेज बनवाने के नाम पर बंद कर सैकड़ो लोगो को बेरोजगार करने काम समाजवादी पार्टी की सरकार ने किया है। पारसनाथ के खाते में एक भी विकास कार्य नही लिखा ऊपर से एक महिला की जमीन पर कब्ज़ा करने का आरोप और एक जमीन के खरीदने में स्टाप कम लगाने का आरोप जरूर लगा है। एक बार फिर समाजवादी पार्टी ने उन पर भरोषा करते हुए जौनपुर संसदीय सीट पर अपना प्रत्यासी बनाया है। मंत्रीजी एक बार फिर से जनता से इलाके की तस्वीर और तकदीर बदलने का वादा करके सपा के पक्ष में वोट डालने की मिन्नते कर रहे है। उधर पिछले चुनाव में ठगी गई जनता उनसे उनके कार्यकाल में किये गए विकास कार्यो का लेखा जोखा मांग रही है।