अभिनव प्रयोग में प्रयासरत हैं खण्ड शिक्षा अधिकारी ममता सरकार
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जौनपुर। जनपद के अग्रणी विकास खण्ड धर्मापुर में कार्यरत खण्ड शिक्षा अधिकारी ममता सरकार प्राइमरी एजुकेशन में गुणवत्ता सुधार हेतु नये-नये प्रयोग करती रहती हैं। जमीनी स्तर पर यह माना जा रहा है कि प्राइमरी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था में गड़बड़ी है। इसी से समाज के लोगों का रूझान बेसिक विद्यालयों की ओर नहीं है जबकि शासन स्तर से प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को प्रभावित करने की पुरजोर कोशिश जारी है। विद्यालय में ही मध्यान्ह भोजन, पूरी पुस्तकीय व्यवस्था, अच्छा यूनिफार्म, छात्रवृत्ति की पूरी व्यवस्था है। योग्य व अच्छा वेतन पाने वाले अध्यापक होने के बावजूद समाज के लोग अपने बच्चों को प्राइमरी स्कूलों में नहीं भेजना चाहते हैं। कर्ज में डूबे रहने के बावजूद नर्सरी इंग्लिश मीडिएम के कान्वेंट स्कूलों में भेज रहे हैं जहां 500 से 1 हजार रूपये अध्यापकों को दिया जाता है। 100 रूपये से ज्यादा प्रतिमाह फीस ली जाती है व महंगे यूनिफार्म पुस्तकों को वे लोग जबर्दस्ती खरीदवाना चाहते हैं। फिर भी ग्रामीण व शहर के लोग अपने बच्चों को प्राइमरी स्कूलों में नहीं भेजना चाहते। इन स्थितियों से अवगत होने के पश्चात् खण्ड शिक्षा अधिकारी ने अपने विकास खण्ड में टाॅप टेन अध्यापकों का चयन कर उनका नाम सर्वोत्तम अध्यापक के रूप में ब्लाक संसाधन केन्द्र पर पेंट करवाया है। इसके बाद अपने दो दिन पूर्व गणित उत्सव मनाया जिसमें विकास खण्ड के 50 से ज्यादा गणित अध्यापकों ने हिस्सा लिया। इसमें सेमिनार किस्म का आयोजन किया गया जहां लोगों ने इस बिन्दु पर अपने-अपने विचार व्यक्त किये कि बोझिल व नीरश विषय गणित को रूचिकर कैसे बनाया जाय? इसमें न्यूनतम दो दर्जन लोगों ने अपना विचार व्यक्त करते हुये बताया कि गणित शिक्षण में सहायक सामग्री का प्रयोग करने के साथ ही बच्चों में प्रतियोगी भावना विकसित किया जाय। सभी लोगों ने एक-एक माॅडल बनाकर अपना-अपना तरीक बताया। अब खण्ड शिक्षा अधिकारी ममता सरकार का अगला कदम भाषा सहित विज्ञान, सामाजिक विषय उत्सव आयोजित करने का है।
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जवाब देंहटाएंजिस देश में शिक्षक का एंडोर्समेण्ट होने लग जाएगा, शिक्षक स्पोंसर्ड लाइफ जीने लग जाएगा वह देश विश्व गुरु बन जाएगा। विश्व गुरू होना भारत की बपोती नही रह गई है। जो विश्वगुरू होगा वही भारत है। इस देश में अब क्रिकेटर, सिनेमा स्टार, नर्तक और गायक एंडोर्समेंट प्राथमिक आधार पर हो रहे हों तो इसके विश्वगुरू रहने के आसार कितने है?...