हत्या : घटना का कारण प्रशासन की लापरवाही
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जौनपुर : कुसैला गांव की घटना पुलिस की लापरवाही का परिणाम है। होलिका दहन को लेकर विवाद व मारपीट का दौर कई चक्र में लंबे समय तक चला, फिर भी प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं मिली। समय रहते इसे गंभीरता से लिया गया होता तो शायद इतनी गंभीर घटना न होती। होली को लेकर प्रशासन द्वारा बैठकें तो खूब की गई किंतु तैयारियों के हिसाब से प्रशासन ने कोई एहतियात नहीं बरती। गांव की दलित बस्ती के पास पिछले 50 वर्षो से होलिका दहन होता चला आ रहा है। दलित इसका हमेशा विरोध करते रहे। बसपा की सरकार में विधायक बिरजू राम ने प्रशासन पर दबाव बनाकर यहां पर होलिका दहन बंद करा दिया। मामले को देखते हुए प्रत्येक वर्ष होली पर पुलिस बल तैनात रहता था। इस बार भी प्रशासन से आश्वासन मिला किंतु पुलिस कर्मी पूरी तरह लापरवाह थे। प्रभारी निरीक्षक एसपी तिवारी ने बताया कि होलिका दहन को लेकर हल्के के दो पुलिस कर्मियों सुनील यादव व भवानी शंकर शर्मा को 15 मार्च को ड्यूटी चार्ट पकड़ा दिया गया। यदि वे दोनों मौके पर रहे होते तो ऐसी घटना न घटती। फिलहाल! इस घटना के बाद चुनावी मौसम में नेता भी पीछे नहीं रहे। बसपा नेता वीरेंद्र चौहान, बीपी सरोज, रामचंद्र गौतम, भाजपा नेता दीपचंद राम व कांग्रेस नेता ओमप्रकाश अंबेडकर ने शासन-प्रशासन को घटना का जिम्मेदार ठहराया।