लाखों की बनी टंकिया फिर भी पानी को तरसे लोग
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जौनपुर : प्रशासन की तरफ से भले ही गांवों में पानी की टंकी बनाकर हर घर तक पानी पहुंचाने का उद्देश्य हैं। लाखों रुपये से बनी यह पानी की टंकियां रख-रखाव के अभाव में शो-पीस बनी हुई है। पाइप लाइन फटने से पानी की सप्लाई भी बंद हो गई है।
जलालपुर के पुरेंव गांव में जलनिगम की तरफ से वर्ष 2010 में पानी की टंकी का निर्माण कराया गया। जून 2012 में इसकी सप्लाई बंद हो गई। इससे लोगों के सामने पेयजल का संकट हो गया है। पूर्व विधायक प्रभू नारायण सिंह द्वारा इसकी शिकायत कई बार अधिकारियों से की मगर आज तक मामले में कुछ नहीं हो सका।
मुफ्तीगंज के उदियासन गांव में पूर्व मंत्री जगदीश नारायण राय के प्रयास से 67 लाख रुपये से टंकी बनाई गई। एक वर्ष तक यहां अच्छी तरह से लोगों तक पानी की आपूर्ति की गई। रेलवे द्वारा आमान परिवर्तन करने पर रेलवे लाइन के नीचे से गए पाइप लाइन को काट दिया गया। जिसकी आज तक मरम्मत नहीं हो सकी। इससे लोगों के सामने पानी की जबरदस्त समस्या हो गई है।
जंघई पेयजल समूह इकाई द्वारा पानी की टंकी का निर्माण कराया गया। पाइप लाइन जगह-जगह टूटने के कारण इससे पानी सड़कों पर बहता है। लोगों के घरों में निकलने वाले टोटियों में कम सड़क पर ज्यादा पानी भरा रहता है।