रामानुज का गणित व गणितीय शिक्षा विषयक गोष्ठी आयोजित
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जौनपुर। प्रख्यात गणितज्ञ रामानुज के गणित का फार्मूला भारत की ऐसी देन है जिसका गणित के क्षेत्र में पूरा विश्व लाभ उठा रहा है। रामानुज की गणितीय ज्ञान भारत की अनमोल विद्वता की परिचायक है। उक्त बातें नगर के टीडीपीजी कालेज के गणित विभाग द्वारा आयोजित संगोष्ठी ‘रामानुज मैथेमेटिक्स एण्ड मैथमैटिक्लस एजूकेश (रामानुज का गणित और गणितीय शिक्षा) में प्रोफेसर एसबी निमसे कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय ने बतौर मुख्य अतिथि कही। इसके पहले प्रबंधक अशोक सिंह की अध्यक्षता में आयोजित गोष्ठी का उद्घाटन श्री निमसे ने किया। इसी क्रम में प्रो. एमए पठान डीएसटी सेण्टर पाला-केरल ने रामानुज फार्मूले के बारे में बताया कि प्रोफेसर आरपी अग्रवाल नन्दन विश्वविद्यालय ने डेली के सहयोग से रामानुज की हाइपर ज्योमैट्रिक सिरीज पर कार्य करके मान थीटा फक्शन सिद्धांत बिकसित करके भारत की गणित विधा को पूरे विश्व मंे प्रतिरचायित किया था। श्री अग्रवाल की स्मृति में 1 करोड़ रूपये एकत्रित करने व 1 लाख रूपये प्रतिवर्ष गणित रत्न का पुरस्कार देने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा प्रो. सुन्दर लाल कुलपति पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने कहा कि गणित विज्ञान के साथ समस्त अभिभावकों का आधार है इलेक्ट्रानिक्स विकास पूरी तरह गणित पर निर्भर है। इस अवसर पर प्राचार्य उदयपाल सिंह, विभागाध्यक्ष डा. जीसी चैबे, डा. आरएन त्रिपाठी, मनोज श्रीवास्तव, डा. केवी यादव, डा. विजेन्द्र सिंह, डा. जीतेश सिंह, डा. डीएम दूबे, डा. अमित सिंह, मनोज पाठक, डा. आशुतोष सिंह सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। अन्त में आयोजन सचिव डा. सत्य प्रकाश सिंह ने सभी के प्रति आभार जताया।