कलयुग के राजाओ अब खबरदार !
https://www.shirazehind.com/2013/12/blog-post_9249.html
1963 के उप लोक सभा चुनाव में जौनपुर की जनता ने देश के हाई प्रोफाई नेता व जनसघ के संस्थापक पंडित दीन दयाल उपाध्याय को पूरी तरह से नकारते हुए गरीबो , मज़लूमो के रहनुमा जमीनी नेता बाबू राजदेव सिंह को भारी बहुमत से जीतकर दिल्ली भेजा था। जौनपुर राजनीत के गांधी माने जाने वाले रामसागर राम को 3 बार विधान सभा सदस्य और एक बार अपना सांसद चुना था। जो व्यक्ति 3 बार विधायक और एक दफा सांसद रहा हो उसके घर के अंदर एक दरवाजा न लगा हो इससे आप अंदाजा लगा सकते है कि वह शख्स कितनी ईमानदारी से जनता की सेवा किया होगा। हलाकि ये दोनों नेता अब इस दुनियां से अलविदा हो चुके है. आज भी जौनपुर की जनता उनको सलाम करती है।
पिछले दो दशक से यूपी में चली जातिवादी और धर्मवादी राजनीत की आंधी में ईमानदार और अच्छे नेताओ की पूरी जमात ही उड गई। अब जो नेता शिराज़ ऐ हिन्द की सरज़मी से चुनकर लोक सभा और विधान सभा में पहुंच रहे है उन्हें आम जनता नेता क्या एक अच्छा इंसान भी नही समझती। समझे भी क्यों ? आज के नेता दाम ,शाम दंड,भेद अपना कर किसी तरह से सत्ता हासिल कर उसका अधिक से अधिक सुख भोगने में लग जाते है। चुनाव के समय यही नेता जब जनता के दरवाजे पर पहुंचता है हाथ जोड़कर कहता हुजूर मै ही आपका वफ़ादार मज़दूर एक बार मुझे अवश्य मौका दे. जिससे आप लोगो का सेवा कर सकू। भोली भाली जनता अपना जनमत देकर सांसद, विधायक चुन लेती है। भिखारियो वेश जनता की वोटो पर डाका डालने वाला मक्कार नेता जब सांसद या विधायक बन जाता है तो वह हवाई चप्पल पहनने वाला पाई पाई का मोहताज़ अचानक करोडो का मालिक बन जाता है. लग्जरी गाडियो के काफिले और बंदूको के साये में चलने लगता है। वह गरीबो और मज़लूमो की सेवा करने के बजाय उनकी ही योजनाओ पर डाका डालना शुरू कर देता कमजोरो के घरो और जमीनो पर कब्ज़ा करना तो उसकी आदत में शुमार हो जाता है। मै यह कोई मन गढ़ंत स्क्रिप्ट नही लिख रहा हूँ मेरे पास और चुनाव कार्यालय में कई नेताओ की जन्म कुंडली है जो सांसद विधायक चुने जाने से पहले फूटी कौड़ी के मोहताज थे आज वे करोड़ो के मालिक बन गये है। अभी हाल ही में जिले के एक कद्दावर नेता और सूबे के कैबिनेट मंत्री पर एक महिला ने अपनी जमीन कब्ज़ा करने का आरोप लगायी थी. एक वैवाहिक कर्यक्रम में भाग लेने जौनपुर आये यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पत्रकारो ने इस आरोप का उत्तर माँगा तो मुख्यमंत्री शर्म से डूबने के बजाय हसकर कहा कि आप लोग मिर्च मशाला लगाकर अख़बार छापो गे तभी अख़बार बिकेगा फ़िलहाल असल मुद्दे को छिपाने में वे न्यायालय का ही आड़ लेते दिखाई पड़े थे। कलयुग के राजाओ अब सावधान हो जाओ जनता का वोट लेते हो तो जनता की सेवा करना सीखो नही तो दिल्ली की जनता ने जिस तरह से 15 शाल पुरानी सल्तनत को उखाड़ फेका और मोदी की आंधी को आप की जादुई झाड़ू ने जिस तरह थाम लिया उसी तरह यहाँ की जनता तुम्हारा भी इतिहास भूगोल विगाड़ देगी। ,
पिछले दो दशक से यूपी में चली जातिवादी और धर्मवादी राजनीत की आंधी में ईमानदार और अच्छे नेताओ की पूरी जमात ही उड गई। अब जो नेता शिराज़ ऐ हिन्द की सरज़मी से चुनकर लोक सभा और विधान सभा में पहुंच रहे है उन्हें आम जनता नेता क्या एक अच्छा इंसान भी नही समझती। समझे भी क्यों ? आज के नेता दाम ,शाम दंड,भेद अपना कर किसी तरह से सत्ता हासिल कर उसका अधिक से अधिक सुख भोगने में लग जाते है। चुनाव के समय यही नेता जब जनता के दरवाजे पर पहुंचता है हाथ जोड़कर कहता हुजूर मै ही आपका वफ़ादार मज़दूर एक बार मुझे अवश्य मौका दे. जिससे आप लोगो का सेवा कर सकू। भोली भाली जनता अपना जनमत देकर सांसद, विधायक चुन लेती है। भिखारियो वेश जनता की वोटो पर डाका डालने वाला मक्कार नेता जब सांसद या विधायक बन जाता है तो वह हवाई चप्पल पहनने वाला पाई पाई का मोहताज़ अचानक करोडो का मालिक बन जाता है. लग्जरी गाडियो के काफिले और बंदूको के साये में चलने लगता है। वह गरीबो और मज़लूमो की सेवा करने के बजाय उनकी ही योजनाओ पर डाका डालना शुरू कर देता कमजोरो के घरो और जमीनो पर कब्ज़ा करना तो उसकी आदत में शुमार हो जाता है। मै यह कोई मन गढ़ंत स्क्रिप्ट नही लिख रहा हूँ मेरे पास और चुनाव कार्यालय में कई नेताओ की जन्म कुंडली है जो सांसद विधायक चुने जाने से पहले फूटी कौड़ी के मोहताज थे आज वे करोड़ो के मालिक बन गये है। अभी हाल ही में जिले के एक कद्दावर नेता और सूबे के कैबिनेट मंत्री पर एक महिला ने अपनी जमीन कब्ज़ा करने का आरोप लगायी थी. एक वैवाहिक कर्यक्रम में भाग लेने जौनपुर आये यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पत्रकारो ने इस आरोप का उत्तर माँगा तो मुख्यमंत्री शर्म से डूबने के बजाय हसकर कहा कि आप लोग मिर्च मशाला लगाकर अख़बार छापो गे तभी अख़बार बिकेगा फ़िलहाल असल मुद्दे को छिपाने में वे न्यायालय का ही आड़ लेते दिखाई पड़े थे। कलयुग के राजाओ अब सावधान हो जाओ जनता का वोट लेते हो तो जनता की सेवा करना सीखो नही तो दिल्ली की जनता ने जिस तरह से 15 शाल पुरानी सल्तनत को उखाड़ फेका और मोदी की आंधी को आप की जादुई झाड़ू ने जिस तरह थाम लिया उसी तरह यहाँ की जनता तुम्हारा भी इतिहास भूगोल विगाड़ देगी। ,