अमेरिकी सेना में वेश्यावृत्ति का धंधा
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अमेरिकी सेना में सेक्स पार्टियों से जुड़ा सनसनीखेज खुलासा हुआ है।
अमेरिकी सेना में तैनात एक महिला सैनिक ने दावा किया है कि उसने टेक्सास
स्थित फोर्टहुड मिलिट्री पोस्ट में आयोजित सेक्स पार्टी के दौरान 400 डॉलर
कमाए हैं। महिला सैनिक के मुताबिक टेक्सास बेस में चलाए जा रहे सेक्स
रैकेट में सर्विस के लिए उसे चुना गया था। महिला सैनिक द्वारा किए गए
खुलासे का ब्यौरा कोर्ट मार्शल के उन दस्तावेजों में है, जिसमें एक
सार्जन्ट पर भी इस सर्विस का इस्तेमाल करने का आरोप लगा है।
डिफेंस अटॉर्नी डेनियल कॉन्वे ने बताया, "ग्रिम्स ने कुछ भी गलत नहीं किया। उन्होंने लड़की के साथ सेक्स भी नहीं किया। यह भले ही सेक्स पार्टियों से जुड़ा हुआ मामला हो, लेकिन मास्टर सार्जन्ट ग्रिम्स का इससे कुछ लेना-देना नहीं है।"
याईएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक ग्रिम्स के साथ सेक्स करने वाली लड़की ने 100 डॉलर लेने की बात कबूल की है। उसने यह भी कहा है कि मैकक्वीन ने ही उसे प्रॉस्टीट्यूट रिंग के लिए चुना था। डिफेंस अटॉर्नी के मुताबिक ग्रिम्स पर यह आरोप ऐसे वक्त में लगाए गए हैं, जब उन्होंने डील को ठुकरा दिया था।
ऑस्टिन-अमेरिकन स्टेटमैन के मुताबिक मैकक्वीन के खिलाफ आरोप लगाने वाली महिला ने अधिकारियों को बताया है कि उसे हाई रैंक के सैनिकों के साथ सेक्स के लिए कहा गया था। अज्ञात महिला सैनिक ने यह भी दावा किया कि उसने पोर्ट हुड पार्टियों में 400 से 500 डॉलर की कमाई की।
महिला सैनिक ने यह भी दावा किया कि मैकक्वीन उन जवान सैनिकों को निशाना बनाता था, जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होती थी। वह उन सैनिकों की तस्वीरें अपने मोबाइल में रखता था। हालांकि अभी तक मैकक्वीन के खिलाफ कोई भी चार्ज नहीं लगाया गया है।
वेश्यावृत्ति के इस रैकेट में हिस्सा लेने के आरोपी मास्टर सार्जेंट
ब्रैड ग्रिम्स इस हफ्ते मिलिट्री कोर्ट में पेश हुए थे। गौरतलब है कि इस
रिंग को एक अन्य सार्जेंट ने शुरू किया था, जिसपर अभी तक कोई भी चार्ज नहीं
लगाया गया है।
इराक और अफगानिस्तान के युद्ध में अपनी सेवाएं दे चुके शादीशुदा
ग्रिम्स पर साजिश रचने और सेक्स के लिए पैसे देने का आरोप है। उसे प्रथम
श्रेणी के सार्जेंट जॉर्ज मैकक्वीन द्वारा गुप्त स्थान पर कम उम्र महिला
सैनिक उपलब्ध करवाने की पेशकश की गई थी।
बतौर यौन शोषण रोकथाम अधिकारी काम करने वाले जॉर्ज मैकक्वीन फिलहाल
जांच के घेरे में हैं। उनपर आरोप है कि उन्होंने बेस में आयोजित सेक्स
पार्टियों के दौरान फीमेल सैनिकों का चयन किया था।
ग्रिम्स के डिफेंस अटॉर्नी के मुताबिक इस मामले में सेक्स के लिए पैसे का
लेन-देन नहीं किया गया था और उनके क्लाइंट ने एक होटल में फिक्स इस मीटिंग
को आगे नहीं बढ़ाया था। डिफेंस अटॉर्नी डेनियल कॉन्वे ने बताया, "ग्रिम्स ने कुछ भी गलत नहीं किया। उन्होंने लड़की के साथ सेक्स भी नहीं किया। यह भले ही सेक्स पार्टियों से जुड़ा हुआ मामला हो, लेकिन मास्टर सार्जन्ट ग्रिम्स का इससे कुछ लेना-देना नहीं है।"
याईएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक ग्रिम्स के साथ सेक्स करने वाली लड़की ने 100 डॉलर लेने की बात कबूल की है। उसने यह भी कहा है कि मैकक्वीन ने ही उसे प्रॉस्टीट्यूट रिंग के लिए चुना था। डिफेंस अटॉर्नी के मुताबिक ग्रिम्स पर यह आरोप ऐसे वक्त में लगाए गए हैं, जब उन्होंने डील को ठुकरा दिया था।
ऑस्टिन-अमेरिकन स्टेटमैन के मुताबिक मैकक्वीन के खिलाफ आरोप लगाने वाली महिला ने अधिकारियों को बताया है कि उसे हाई रैंक के सैनिकों के साथ सेक्स के लिए कहा गया था। अज्ञात महिला सैनिक ने यह भी दावा किया कि उसने पोर्ट हुड पार्टियों में 400 से 500 डॉलर की कमाई की।
महिला सैनिक ने यह भी दावा किया कि मैकक्वीन उन जवान सैनिकों को निशाना बनाता था, जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होती थी। वह उन सैनिकों की तस्वीरें अपने मोबाइल में रखता था। हालांकि अभी तक मैकक्वीन के खिलाफ कोई भी चार्ज नहीं लगाया गया है।