मनमानी फीस के विरोध में छात्रों ने किया चक्काजाम
https://www.shirazehind.com/2013/12/blog-post_7117.html
जौनपुर राजाराम स्नातकोत्तर महाविद्यालय तरियारी के
छात्र-छात्राओं का आक्रोश सोमवार को मनमानी फीस की मांग पर भड़क गया। आरोप
है कि प्रबंधक के निर्देश पर प्राचार्य ने बीए के छात्र-छात्राओं से जनपद
के अन्य महाविद्यालयों की अपेक्षा अधिक फीस की मांग की। छात्रों ने विरोध
किया तो महाविद्यालय के कुछ शिक्षक व प्रबंधक के परिवार के लोगों ने
छात्राओं-छात्रों को दौड़ाकर पीटा व दुर्व्यवहार किया। आक्रोशित
छात्र-छात्रा महाविद्यालय से बाहर निकलकर नारेबाजी करते हुए तीन किलोमीटर
दूर आकर जौनपुर-गाजीपुर मार्ग पर नई बाजार में जबरदस्त चक्काजाम कर दिया।
ग्यारह बजे से लेकर सायंकाल 3 बजे तक चले इस चक्काजाम के चलते दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। एसडीएम रिंकी जायसवाल, सीओ मायाराम वर्मा और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि छात्र-छात्राएं पहले चक्काजाम समाप्त कर महाविद्यालय चलें, वहीं सबकी बातें सुनी जाएंगी और दोषी के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी, तब कहीं जाकर वे शांत हुए।
प्रशासन ने छात्र-छात्राओं की बातें सुनीं। कई छात्राओं ने बताया कि पहले 35 सौ रुपये लिए गए, अब 22 सौ रुपया और मांगा जा रहा है। छात्र-छात्राओं से छात्रवृत्ति दिलाने के नाम पर एक हजार रुपये की प्राचार्य द्वारा मांग की जा रही है। एसडीएम व सीओ ने प्राचार्य उमेश चंद को कड़ी फटकार लगाई तथा उनसे माइक पर यह एलान करवाया कि अब अधिक फीस नहीं लेंगे, जितना फीस लेंगे उसकी रसीद देंगे। प्रशासन ने छात्र-छात्राओं से लिखित तहरीर लेकर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
ग्यारह बजे से लेकर सायंकाल 3 बजे तक चले इस चक्काजाम के चलते दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। एसडीएम रिंकी जायसवाल, सीओ मायाराम वर्मा और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि छात्र-छात्राएं पहले चक्काजाम समाप्त कर महाविद्यालय चलें, वहीं सबकी बातें सुनी जाएंगी और दोषी के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी, तब कहीं जाकर वे शांत हुए।
प्रशासन ने छात्र-छात्राओं की बातें सुनीं। कई छात्राओं ने बताया कि पहले 35 सौ रुपये लिए गए, अब 22 सौ रुपया और मांगा जा रहा है। छात्र-छात्राओं से छात्रवृत्ति दिलाने के नाम पर एक हजार रुपये की प्राचार्य द्वारा मांग की जा रही है। एसडीएम व सीओ ने प्राचार्य उमेश चंद को कड़ी फटकार लगाई तथा उनसे माइक पर यह एलान करवाया कि अब अधिक फीस नहीं लेंगे, जितना फीस लेंगे उसकी रसीद देंगे। प्रशासन ने छात्र-छात्राओं से लिखित तहरीर लेकर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।