जीवन में सफलता के हैं तीन सूत्रः स्वामी दिव्य चेतनानन्द
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जौनपुर। जीवन में सफलता के 3 सूत्र हैं। प्रथम- इच्छाशक्ति, द्वितीय- ज्ञानशक्ति व तृतीय- क्रियाशक्ति। आज हर व्यक्ति तनाव दुख एवं बाधाओं से परेशान है परन्तु विडम्बना यह है कि उसका कारण नहीं जानना चाहता है। उक्त बातें स्वामी दिव्य चेतनानन्द ने महायज्ञ मंे उमड़ी भक्तों की भारी भीड़ के बीच अपना प्रवचन करते हुये कही। दिव्य चेतना केन्द्र की जनपद इकाई के तत्वावधान में पूर्वांचल की शक्तिपीठ मां शीतला चैकियां धाम के बगल आयोजित छः दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान के 5वें दिन उमड़ी भारी भीड़ के बीच उन्होंने कहा कि अगर शक्ति सद्गुरू की शरण में जाकर कारण जानने का प्रयास करें तो सारी समस्या का समाधान उसके मार्गदर्शन से हो सकता है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने अंदर देव बल बढ़ाना चाहिये, साथ ही नवग्रह अनुकूल करने का प्रयास करना चाहिये। स्वामी जी ने अपने प्रवचन में सोमवती अमावस्या के महत्व को बताया तथा साथ ही यह भी कहा कि आज के दिन साधना करके नवग्रह को अनुकूल किया जा सकता है। इस अवसर पर रमेश सिंह, प्रदीप सिंह गुड्डू, विजय अग्रहरि, राजेन्द्र गुप्ता, अवधेश साहू, मेवा लाल सहित तमाम सम्बन्धित उपस्थित रहे।