वाह ! रे ! जौनपुर
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ajay panday |
जौनपुर ज़िला महान है ,
इसकी अपनी अलग और अनूठी पहचान है,
दिल्ली हो या मुम्बई हर जगह जौनपुर वालो की मांग है,
तभी तो जौनपुर की असलियत से हर कोई जानकार भी अनजान है,
जौनपुर ज़िले में ही अजीब सिचुएशन है,
यहा पर छोटी सी भंडारी में ही बड़ा सा रेलवे स्टेशन है,
जहाँ पर विभिन्न ट्रेनो का आपस में एक अच्छा रिलेशन है,
लोग बात जब करते है जौनपुर के नक्शा की,
सारी असलियत सामने आ जाती है यहा के बक्शा की,
आखिर बक्शा तो बक्शा ही है बक्शे में ज्यादा क्या आना है,
फिर भी आपको यकीन नही होगा यहा पर बक्शा में ही थाना है,
बक्शा में लोगो का प्रतिदिन आना जाना है,
क्यूकि थाना तो पुलिस प्रसाशन का फैला ताना - बाना है,
इसी तरह शाहगंज भी जौनपुर ज़िले का एक कोना है,
जहा पर घास कि मण्डियों में खुलेआम बिकता सोना है,
घाँस की इस मण्डी में सोने का पूरा कब्ज़ा है,
यहाँ पायल-फुरहरी बेचने वाले ३६५ लोगो का रुतबा है,
इसी तरह जौनपुर जिले में असंख्य विडंबनाएं है,
अभी तक तो हम आपको बहुत कम ही बताये है,
लखनऊ मंत्रिमंडल में ज़िले के 8/9 मंत्रियों का बोलबाला है,
जिनके ही प्रकोप से जौनपुर में कभी दिखता नही उजाला है,
ज़िले में स्वास्थ्य - शिक्षा और रोज़गार की समश्याए है ,
अभी तक केवल खोखले वादे लेकर ही नेताजी आये है,
इसी तरह पूरी दुनिया में जौनपुर बहुत चर्चित है,
यहाँ की दुर्व्यवस्था से समाज एकदम परिचित है,
पूर्वांचल विश्वविद्द्यालय जौनपुर की शान है,
यहाँ की शिक्षा दुनिया में सन्नाम है,
जनसुविधाओं के मामले में पूर्वान्चल एकदम बौना है,
यहाँ पानी की टंकियों में दिन दहाड़े रेंगता किरौना है,
पानी पीने के लिए यहा बच्चे तरसते है,
आवाज़ उठाने पर प्रशासनिक लोग भी भड़कते है,
जातिवाद और बाहुबल में जौनपुर अव्वल है,
यहाँ की दुर्व्यवस्था से समाज एकदम परिचित है,
पूर्वांचल विश्वविद्द्यालय जौनपुर की शान है,
यहाँ की शिक्षा दुनिया में सन्नाम है,
जनसुविधाओं के मामले में पूर्वान्चल एकदम बौना है,
यहाँ पानी की टंकियों में दिन दहाड़े रेंगता किरौना है,
पानी पीने के लिए यहा बच्चे तरसते है,
आवाज़ उठाने पर प्रशासनिक लोग भी भड़कते है,
यहाँ कि राजनीतिक त्रासदी से जनता एकदम विह्वल है,
शाहगंज से ही "अजय" ने जौनपुर को बतलाया है ,
सच तो सब जानते है , फिर - आजतक
आवाज किसी ने क्यों नही उठाया है !