जौनपुर जेल की दीवारो में सुरंग !
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शासन प्रशासन की उपेक्षा के चलते
जौनपुर जेल की दीवारो में सुरंग बनना शुरू हो गया है यही हाल रहा तो आने
वाले समय में यह ओपन जेल बन जायेगी। इन सुरंगो के चलते बंदी रक्षको को
कारागार की चाहरदीवारी की भी रखवाली करनी पड़ रही है। उधर जेल समेत कैदियो
की सुरक्षा में लगे बंदी रक्षक और उनका परिवार भी खडहर में तब्दील हो चुके
सरकारी आवास में मौत के साये में रहने को मज़बूर हो गये है।
जौनपुर कारागार में दो आतंकवादी ,दर्जनो कुख्यात अपराधी और उनके गुर्गो समेत कुल आठ सौ से अधिक कैदी बंद है। इस जेल की दीवारे आप खुद देख लीजिये किस तरह से जर्जर हो गई है हल्की सी हवा और तेज़ बारिस में कभी भी धराशायी हो सकती है। दीवारो की इस नाजुक हालत के कारण बंदी रक्षको को कैदियो के साथ साथ इस दीवारो की भी रखवाली करने जिम्मा उनके कंधो पर ही आ गया है। अब आप इन बंदी रक्षको के आशियाने को देखिये जो किसी सूअर बाड़े की शक्ल में आ गये है आप और हम इसमें रहना तो दूर की बात इसके इर्द गिर्द एक मिनट तक खड़े भी नही रह सकते है। लेकिन कुख्यात कैदियो को सुधारने बंदी रक्षक अपना और पुरे परिवार का जान जोखिम में डालकर रहते है।
जौनपुर कारागार में दो आतंकवादी ,दर्जनो कुख्यात अपराधी और उनके गुर्गो समेत कुल आठ सौ से अधिक कैदी बंद है। इस जेल की दीवारे आप खुद देख लीजिये किस तरह से जर्जर हो गई है हल्की सी हवा और तेज़ बारिस में कभी भी धराशायी हो सकती है। दीवारो की इस नाजुक हालत के कारण बंदी रक्षको को कैदियो के साथ साथ इस दीवारो की भी रखवाली करने जिम्मा उनके कंधो पर ही आ गया है। अब आप इन बंदी रक्षको के आशियाने को देखिये जो किसी सूअर बाड़े की शक्ल में आ गये है आप और हम इसमें रहना तो दूर की बात इसके इर्द गिर्द एक मिनट तक खड़े भी नही रह सकते है। लेकिन कुख्यात कैदियो को सुधारने बंदी रक्षक अपना और पुरे परिवार का जान जोखिम में डालकर रहते है।